चंडीगढ़: पीजीआई नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन ने अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस पर पीजीआई के एडमिन ब्लॉक के बाहर शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया. इस दौरान नर्सिंग स्टाफ हाथों में पोस्टर लिए अपनी मांगों को लेकर खड़े रहे. उन्होंने पीजीआई प्रशासन से अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की. बता दें कि बीते दिनों नर्स को सात दिनों तक हॉस्टल में बंद करने को लेकर पीजीआई का नर्सिंग इन्स्टिटूट चर्चा में बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक कि पीजीआई के नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा इंटरनेशनल नर्स डे पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. पीजीआई में विरोध प्रदर्शन के दौरान सभी कर्मचारी कॉम्प्लेक्स के बाहर हाथों पोस्टर लेकर खड़े रहे. प्रदर्शनकारी नर्सिंग कर्मचारियों ने इन पोस्टर पर अपनी लंबित मांगों को लिख रखा था. नर्सिंग स्टाफ ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में पहला मुद्दा उनके प्रमोशन से जुड़ा हुआ है. जिसकी मांग वे लंबे समय से करते आ रहे हैं.
अभी तक सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को प्रमोशन नहीं दिया गया है. कर्मचारियों ने बताया कि इंटरनेशनल नर्स डे पर उन्हें पीजीआई प्रशासन से कोई प्रशंसा पत्र नहीं चाहिए. उन्हें अपने काम पर गर्व है और उन्हें पता है कि उनका काम मेहनत भरा है. वे इस दिन एडमिन ब्लॉक के उच्च अधिकारियों से मांग करते हैं कि उनकी लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा किया जाए. जिसमें प्रमोशन के साथ-साथ एमएसीपी और नई भर्ती जल्द करने जैसी कई मांगें हैं.
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उन्होंने कहा कि पहले से ही नर्स स्टाफ की कमी है. इस बीच जो काम कर रहे हैं, अगर वे भी काम नहीं करेंगी तो भर्ती मरीजों का ध्यान कौन रखेगा. नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन चंडीगढ़ ने नर्सिंग अफसरों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की है. प्रदर्शन कर रहे स्टाफ ने कहा कि उन्होंने कोरोना काल के समय में लगातार काम किया था. हालांकि सिस्टम सुचारू और पारदर्शी तरीके से चलने में फेल साबित हुआ. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पीजीआई के सिक्योरिटी स्टाफ ने कर्मचारियों को चारों तरफ से घेर लिया ताकि कोई भी कर्मचारी ब्लॉक के अंदर न जा सके. वहीं नर्सिंग स्टाफ कुछ घंटों के प्रदर्शन के बाद वापस काम पर लौट गए.