चंडीगढ़ः आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद ने गुरुवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को एक पत्र लिखा है. जिसमें जयहिंद ने लंबे समय से एक जगह तैनात जनसंपर्क अधिकारियों के तबादले की मांग की है.
नवीन जयहिंद ने लिखा है कि हरियाणा सरकार में चुनाव से सीधे जुड़े ऐसे अधिकारियों को बदला जाए जो 3 साल से एक ही स्थान पर तैनात हैं. इसके अलावा अपने गृह जिलों में तैनात अधिकारियों को भी बदलने की अपील की है.
'सरकार के दबाव में कर सकते हैं काम'
नवीन जयहिंद ने कहा कि विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग की हिदायत अनुसार अनेक प्रकार की समितियां बनी होती हैं, जो निष्पक्ष और स्वत्रंत तरीके से चुनाव करवाती है. इनमें से एक महत्वपूर्ण कमेटी मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मोनिटरिंग कमेटी है.
ये कमेटी राजनीतिक दलों द्वारा प्रकाशित होने वाले विज्ञापनों को सत्यापित करती है. जयहिंद ने कहा कि उम्मीदवारों द्वारा जारी होने वाले विज्ञापन इसी समिति से पास होते हैं तो ऐसे में अंदेशा है कि या समिति सरकार के दबाव में काम कर सकती है.
इन जिलों का जिक्र
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवीन जयहिंद ने कहा कि इस कमेटी में बतौर सदस्य सचिव जिला में तैनात जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी होते हैं. हरियाणा में अनेक ऐसे जिलों में (रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, फतेहाबाद, कैथल, हिसार) जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी 3 साल से ज्यादा एक ही स्थान पर या अपने गृह जिलों में तैनात हैं. ऐसे में इस कमेटी के सदस्य सचिव सरकार के पक्ष में काम कर सकते हैं.
इनके तबादले की मांग
उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनेक जिलों में जहां से मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और मंत्रिमंडल के बड़े चेहरे चुनाव लड़ रहे हैं तो वहां तैनात जिला सूचना एंव जनसम्पर्क अधिकारियों पर दबाव रहेगा और वो सरकार के पक्ष में काम कर सकते है. चुनाव आयोग के भी स्पष्ट आदेश इस विषय में जारी हो चुके हैं कि सीधे चुनाव प्रणाली से जुड़े उन अधिकारियों को बदला जाए जो गृह जिलों में या फिर 3 साल से एक स्थान पर तैनात हैं.
जयहिंद का आरोप
चुनाव आयोग को लिखे पत्र में जयहिंद ने आगे लिखा कि आपसे निवेदन है कि निष्पक्ष चुनाव के लिए इन अधिकारियों को तुंरत प्रभाव से बदला जाए. हरियाणा सरकार ने अभी फिलहाल कुछ जिलों में सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारियों के तबादले कर खानापूर्ति की है जो कि आपके आदेश अनुसार निर्देशों की पालना नही करते हैं.
उन्होंने कहा कि तबादले करने के बाद 24 घण्टे में ही सरकार ने उनके तबादले आदेश रद्द भी कर दिए हैं. जयहिंद का आरोप है कि सरकार ने जानबूझकर ऐसे अधिकारी को वहीं तैनात रखा है. जहां से बीजेपी के बड़े पदाधिकारी, मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के बड़े चेहरे चुनाव लड़ेंगे.
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