चंडीगढ़: नगर निगम के कर्मचारी स्मार्ट वॉच को लेकर एक बार फिर से सड़कों पर उतर गए हैं. वीरवार को चंडीगढ़ नगर निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने स्मार्ट वॉच के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस संबंध में कर्मचारी फेडरेशन के अध्यक्ष राजवीर चंद ने कहा कि नगर निगम डी क्लास के कर्मचारियों को स्मार्ट वॉच देकर उनके साथ भेदभाव कर रहा है.
राजवीर चंद ने कहा कि स्मार्ट वाच को नगर निगम का कोई कर्मचारी नहीं पहन रहा है तो डी क्लास के कर्मचारियों को क्यों पहनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक नगर निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारी स्मार्ट वॉच नहीं पहनेंगे तब तक हम भी इसे नहीं पहनेंगे.
नगर निगम कर्मचारी फेडरेशन के अध्यक्ष राजवीर चंद ने कहा कि स्मार्ट वॉच के पहनने से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. वहीं कई दूसरे नुकसान भी हैं. उन्होंने कहा कि हमें यह स्मार्ट वॉच शाम को घर ले जानी पड़ती है. अगर कोई कर्मचारी काम के आने से पहले स्मार्ट वॉच घर भूल गया तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा. जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि अगर स्मार्ट वॉच गुम हो गया तो नगर निगम कर्मचारी से ही 8000 रुपये वसूल किया जाएगा. इसलिए कर्मचारी इस स्मार्ट वॉच का विरोध कर रहे हैं.
इसके अलावा रघुबीर चंद ने कहा कि हमारे कर्मचारियों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं मिला है. जब हम नगर निगम के अधिकारियों के सामने वेतन की मांग करते हैं. तो वे लोग नगर निगम में फंड ना होने की बात बोल कर पल्ला झाड़ लेते हैं. उन्होंने कहा कि एक तरफ तो नगर निगम के पास कर्मचारियों को सैलरी देने के पैसे नहीं हैं. वहीं दूसरी ओर नगर निगम इस स्मार्ट वॉच पर हर महीने 18 लाख रुपए खर्च कर रहा है. जिससे साफ है कि नगर निगम के अधिकारी कर्मचारियों को बेवकूफ बना रहे हैं और उनका शोषण कर रहे हैं.
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