चंडीगढ़: चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए चंडीगढ़ पुलिस आए दिन कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में चंडीगढ़ पुलिस ने ब्रांडेड मोबाइल चोरी करने के मामले में एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, इसके साथ ही पुलिस ने 17 ब्रांडेड मोबाइल भी बरामद किए हैं.
चंडीगढ़ पुलिस ने मोबाइल चोर गिरोह का किया भंडाफोड़: पुलिस के अनुसार एक सप्लायर ने शिकायत दी थी कि फ्लिपकार्ट के 130 मोबाइल गायब हैं. शिकायत के अनुसार कंपनी द्वारा पूरे पैकेज के साथ मोबाइल दिए जाते थे, लेकिन जब कस्टमर के पास मोबाइल पहुंचता था तो वह ज्यादातर खाली या उसमें डुप्लीकेट मोबाइल होते थे. वहीं, फ्लिपकार्ट ने जब इन आरोपों को खारिज किया तो सप्लायर्स ने चंडीगढ़ पुलिस को इसकी शिकायत की. शिकायतकर्ता ने बताया कि जनवरी से लेकर अब तक 130 ऐसे मोबाइल हैं जो कस्टमर के पास नहीं पहुंचे हैं.
दिल्ली के रहने वाले हैं सभी आरोपी: सप्लायर्स की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस लंबे समय से इस मामले की जांच में जुटी थी. वहीं, आखिरकार शनिवार को चंडीगढ़ पुलिस को कामयाबी मिली. पुलिस के अनुसार सभी आरोपी दिल्ली के रहने वाले हैं. सभी आरोपियों की उम्र 20 से 30 साल के बीच बताई जा रही है. इनमें सभी आरोपी पढ़े-लिखे हैं.
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दिल्ली और गुड़गांव में एक्टिव है ये मोबाइल चोर गिरोह: वहीं, चंडीगढ़ पुलिस ने खुलासा किया है कि वेयरहाउस का एक ड्राइवर इन सभी चोरी की वारदात को अंजाम देता था. जब फ्लिपकार्ट की गाड़ी वेयरहाउस में सामान उतारा करती थी, तभी इस गिरोह का ड्राइवर उन सभी मोबाइल में से 10 से 15 मोबाइल चुरा लिया करता था. इन मोबाइल को दिल्ली के लाल कुआं इलाके में जाकर 50 फीसदी कम दाम पर आगे बेच दिया करता था. फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है. ये गिरोह दिल्ली और गुड़गांव में सक्रिय हैं.
वेयरहाउस से नवल मीणा चुराता था मोबाइल: चारों आरोपियों के नाम निर्मल, मोहम्मद मुदस्सर, तानसेन और नवल मीणा है. चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी नवल मीणा है, जो ड्राइवर के तौर पर काम कर रहा था. नवल मीणा ही इन मोबाइलों को वेयरहाउस से निकाला जाता था.
पुलिस रिमांड पर आरोपी: कोर्ट ने आगामी जांच के लिए सभी आरोपियों को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ चल रही है. उनसे यह पता लगाने के प्रयास किया जा रहा है उनके साथ-साथ इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं. साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि वे लोग कब से इस वारदात को अंजाम दे रहे हैं.
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