चंडीगढ़: पंचकूला विधायक और हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने शुक्रवार देर शाम केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ ऑनलाइन बैठक कर हरियाणा और चंडीगढ़ के मसलों पर बात की. इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट, पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन का विस्तार, यहां से पंचकूला और चंडीगढ़ को जोड़ने के लिए अंडरपास का निर्माण तथा सेक्टर-19 के ओवरब्रिज के मसलों पर बात हुई.
ज्ञान चंद गुप्ता ने केंद्रीय रेल मंत्री को बताया कि पंचकूला चंडीगढ़ से सटा हुआ शहर है. यहां का रेलवे स्टेशन दोनों शहरों के बीच में हैं, लेकिन पंचकूला की तरफ वाले हिस्से में सुविधाओं का घोर अभाव है. इस रेलवे स्टेशन की पंचकूला से ठीक से कनेक्टिविटी भी नहीं है. यहां जीर्ण-शीर्ण सड़क पर रोशनी तक की व्यवस्था नहीं है. इस कारण से यहां आए दिन दुर्घटनाएं और अन्य असामाजिक गतिविधियां होती हैं.
पार्किंग प्रोजेक्ट पर की चर्चा
पंचकूला की तरफ स्थित रिजर्वेशन काउंटर भी स्टाफ के अभाव में कुछ समय के लिए ही खुल पाता है. वेटिंग हॉल, वेटिंग रूम आदि भी सार्वजनिक सुविधाओं से वंचित हैं. गुप्ता ने कहा कि पंचकूला की तरफ वाले पार्किंग क्षेत्र को चंडीगढ़ की तर्ज पर विकसित और विस्तारित करने की जरूरत है. उन्होंने पंचकूला की तरफ प्लेटफार्म नंबर 6 पर एस्केलेटर की सुविधा भी मांगी.
इन इलाकों में की अंडर ब्रिज की मांग
गुप्ता ने बताया कि चंडीगढ़ और पंचकूला को जोड़ने के लिए रेलवे अंडर ब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है. यह अंडर ब्रिज चंडीगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र फेज-1 से पंचकूला के सेक्टर 17-18 तक बनेगा. उन्होंने रेल मंत्री से इस परियोजना को जल्द सिरे चढ़ाने का आग्रह किया. ऑनलाइन बैठक के दौरान पंचकूला के सेक्टर 19 में निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज का मसला भी उठा. विधान सभा अध्यक्ष ने इसके जल्द निर्माण की मांग की है.
दिल्ली और साउथ जाने वाली ट्रेनों के चक्कर पर हुई चर्चा
नों नेताओं की बीच हुई बैठक में चंडीगढ़ से दिल्ली और दक्षिण भारत के लिए जाने वाली ट्रेनों के फेरे बढ़ाने पर भी विस्तार से चर्चा हुई. गुप्ता ने कहा कि चंडीगढ़ दो प्रदेशों की राजधानी है और यहां केंद्र सरकार के भी अनेक महत्वपूर्ण कार्यालय हैं. चंडीगढ़ पीजीआई, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, पश्चिमी कमान मुख्यालय, आईटीबीपी मुख्यालय आदि का हवाला देते हुए गुप्ता ने यहां रेल सेवाओं के विस्तार की मांग की.
ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट पर भी हुई चर्चा
ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि ट्राइसिटी में तीन बड़े शहरों और आसपास के छोटे नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं. इन क्षेत्रों से हजारों लोग नौकरी, व्यवसाय और अन्य काम के सिलसिले में चंडीगढ़ आते हैं. इस कारण से यहां ट्रैफिक जाम एक बड़ी चुनौती है. इस समस्या से निपटने के लिए उन्होंने यहां एनसीआर की तर्ज पर मेट्रो प्रोजेक्ट की मांग की.
विधान सभाअध्यक्ष ने की हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक
बता दे कि विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने शुक्रवार को हरियाणा और चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों की संयुक्त बैठक भी की. इस बैठक में मौजूद चंडीगढ़ प्रशासन के मुख्य अभियन्ता सीबी ओझा से विधान भवन में हरियाणा के हिस्से के परिसर का ब्योरा मांगा. मुख्य अभियन्ता इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवा सके तो विस अध्यक्ष ने सख्ती दिखाई.
बैठक में उन्होंने कहा कि हरियाणा विधान सभा सचिवालय के पास परिसर की इंच-इंच का हिसाब है. गुप्ता ने कहा कि दोनों प्रदेशों के अलग होने के वक्त हुए समझौते का विवरण उपलब्ध है. इनके आधार पर ही यूटी प्रशासन को पंजाब से हरियाणा का हिस्सा दिलाना चाहिए. बैठक में तय हुआ कि इस मसले के हल के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा.