चंडीगढ़: हर साल 31 मई यानी आज के दिन विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है. जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसान के बारे में सचेत करना है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों से तंबाकू का इस्तेमाल ना करने की अपील की है.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि जिंदगी चुनो तंबाकू नहीं
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जिंदगी चुनो तम्बाकू नहीं !
— Manohar Lal (@mlkhattar) May 31, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आइए विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर पर हम संकल्प लें कि न नशा करेंगे, न नशा करने देंगे।
जन सामान्य में तंबाकू सेवन, धूम्रपान का बढ़ता चलन समाज को अंधकार की ओर धकेलता जा रहा है, जिसका एकमात्र उपाय जागरूकता ही है। #WorldNoTobaccoDay
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— Manohar Lal (@mlkhattar) May 31, 2019
आइए विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर पर हम संकल्प लें कि न नशा करेंगे, न नशा करने देंगे।
जन सामान्य में तंबाकू सेवन, धूम्रपान का बढ़ता चलन समाज को अंधकार की ओर धकेलता जा रहा है, जिसका एकमात्र उपाय जागरूकता ही है। #WorldNoTobaccoDayजिंदगी चुनो तम्बाकू नहीं !
— Manohar Lal (@mlkhattar) May 31, 2019
आइए विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर पर हम संकल्प लें कि न नशा करेंगे, न नशा करने देंगे।
जन सामान्य में तंबाकू सेवन, धूम्रपान का बढ़ता चलन समाज को अंधकार की ओर धकेलता जा रहा है, जिसका एकमात्र उपाय जागरूकता ही है। #WorldNoTobaccoDay
बता दें कि तंबाकू दुनिया भर में हर साल 70 लाख से ज्यादा मौतों का कारण बनता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य राज्यों ने 1987 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस की शुरुआत की थी.
जानलेवा है धूम्रपान करना
सिर्फ धूम्रपान करने वालों को ही नहीं बल्कि उनके साथ बैठने वालों को भी कैंसर का खतरा रहता है. इतना ही नहीं वातावरण में सिगरेट के अवशेषों में 250 से ज्यादा घातक रसायन स्मोकिंग करने के कई घंटों तक रहते हैं.
जानें क्या है 'र्थड हैंड स्मोकर्स'
आम तौर पर सिगरेट पीने वाले और धुएं के सीधे संपर्क में आने वाले लोगों को धूम्रपान के दुष्प्रभाव का सामना करना पड़ता है. इसमें एक तीसरी कड़ी जुड़ गई है और ये तीसरी श्रेणी है, 'थर्ड हैंड स्मोकर्स' की.
थर्ड हैंड स्मोकिंग दरअसल सिगरेट के अवशेष हैं, जैसे बची राख, सिगरेट बट, और जिस जगह तंबाकू सेवन किया गया है, वहां के वातावरण में उपस्थित धुंए के रसायन. बंद कार, घर, ऑफिस का कमरा और वहां मौजूद फर्नीचर, में धूम्रपान के थर्ड हैंड स्मोकिंग एरिया बन जाते हैं.