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चंडीगढ़ के जगदीश लाल आहूजा उर्फ लंगर बाबा को मिला पद्मश्री, गरीबों की सेवा में लगा दी करोड़ों की दौलत

भारत सरकार ने शनिवार को पद्म पुरस्कार 2020 की घोषणा की. इस बार कुल 21 लोगों को यह सम्मान दिया जाएगा. इस लिस्ट में चंडीगढ़ से लंगर बाबा के नाम से मशहूर जगदीश लाल आहूजा का नाम भी शामिल है, जानें उनके बारे में कुछ खास बातें.

langar baba jagdish lal aahuja will be awarded by padam shree award
जरूरतमंदों को लंगर बांटते हुए जगदीश लाल आहूजा
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Published : Jan 25, 2020, 8:23 PM IST

Updated : Jan 25, 2020, 10:41 PM IST

चंडीगढ़: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है. इस बार 21 हस्तियों को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इनमें चंडीगढ़ से लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा को सम्मानित किया जा रहा है. जगदीश लाल आहूजा के साथ सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अहमद टेक, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण मुनडयूर, सामाजिक कार्यकर्ता एस रामकृष्ण, सामाजिक कार्यकर्ता योगी एरोन को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

चंडीगढ़ के लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा को मिला पद्म श्री. कुछ ही देर में घोषित होगी पद्म पुरस्कारों की सूची. कैंसर से पीड़ित आहूजा किसी समय करोड़पति थे. 17 साल से लंगर लगा-लगाकर आज वह कंगाली के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन किसी को भूखा नहीं सोने देते.

बिना किसी छुट्टी के 17 साल से कर रहे हैं सेवा
लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा 84 साल के हैं. इन्हें लोग बाबा और इनकी पत्नी को जय माता दी के नाम से जानते हैं. 17 साल से ये इंसान पीजीआई के बाहर दाल, रोटी, चावल और हलवा बांट रहा है, वो भी बिना किसी छुट्टी के. जो लोग उन्हें जानते हैं, वह कहते हैं कि आहुजा ने एक से डेढ़ हजार लोगों को गोद ले रखा है.

गरीबों की आर्थिक मदद भी करते हैं जगदीश आहूजा
जगदीश आहूजा मरीजों और उनके तीमारदारों को फ्री में भोजन मुहैया कराने के साथ ही मरीजों को आर्थिक सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता मुहैया कराते हैं. उन्होंने 1980 के दशक में मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया था. वह 2000 में PGIMER चल आए थे और वहीं 15 सालों तक रोजाना 2,000 से अधिक लोगों की सेवा कर रहे हैं.

ये भी पढे़ं:- बांग्लादेश-पाक से भारत आए मुस्लिमों पर शिवसेना का विवादित बयान

चंडीगढ़: गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है. इस बार 21 हस्तियों को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इनमें चंडीगढ़ से लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा को सम्मानित किया जा रहा है. जगदीश लाल आहूजा के साथ सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अहमद टेक, सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण मुनडयूर, सामाजिक कार्यकर्ता एस रामकृष्ण, सामाजिक कार्यकर्ता योगी एरोन को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

चंडीगढ़ के लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा को मिला पद्म श्री. कुछ ही देर में घोषित होगी पद्म पुरस्कारों की सूची. कैंसर से पीड़ित आहूजा किसी समय करोड़पति थे. 17 साल से लंगर लगा-लगाकर आज वह कंगाली के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन किसी को भूखा नहीं सोने देते.

बिना किसी छुट्टी के 17 साल से कर रहे हैं सेवा
लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा 84 साल के हैं. इन्हें लोग बाबा और इनकी पत्नी को जय माता दी के नाम से जानते हैं. 17 साल से ये इंसान पीजीआई के बाहर दाल, रोटी, चावल और हलवा बांट रहा है, वो भी बिना किसी छुट्टी के. जो लोग उन्हें जानते हैं, वह कहते हैं कि आहुजा ने एक से डेढ़ हजार लोगों को गोद ले रखा है.

गरीबों की आर्थिक मदद भी करते हैं जगदीश आहूजा
जगदीश आहूजा मरीजों और उनके तीमारदारों को फ्री में भोजन मुहैया कराने के साथ ही मरीजों को आर्थिक सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता मुहैया कराते हैं. उन्होंने 1980 के दशक में मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया था. वह 2000 में PGIMER चल आए थे और वहीं 15 सालों तक रोजाना 2,000 से अधिक लोगों की सेवा कर रहे हैं.

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जगदीश लाल आहूजा 


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Last Updated : Jan 25, 2020, 10:41 PM IST
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