चंडीगढ़: हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने किसानों के दिल्ली में चल रहे आंदोलन को लेकर कहा है कि सीएए को लेकर लोगों को गुमराह करने वाले ही इसके पीछे हैं जो किसानों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सीएए को लेकर लोगों को कहा गया कि इस कानून के बाद मुस्लिमों की नागरिकता रद्द हो जाएगी जबकि सीएए नागरिकता लेने नहीं बल्कि देने का कानून था.
उन्होंने कहा कि इसी तरह कृषि कानूनों में भी किसानों से कुछ लिया नहीं बल्कि दिया जा रहा है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कृषि कानून किसानों के हित में हैं और जो भी शंकाएं इसको लेकर जताई जा रही हैं वो गलत हैं. उन्होंने कहा है इस आंदोलन में काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो इन कानूनों के बारे में नहीं जानते.
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कंवरपाल गुर्जर ने कहा है कि कृषि कानूनों को लेकर आशंका जताई जा रही है कि किसानों की जमीन छीन ली जाएगी और एमएसपी समाप्त हो जाएगा जबकि बार-बार ये स्पष्ट किया जा चुका है कि किसानों से उनकी जमीन कोई छीन नहीं सकता. उन्होंने कहा कि एमएसपी बहुत पहले लाई गई थी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि किसानों को गुमराह करने का काम किया जा रहा है.
वहीं निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान के समर्थन वापस लेने पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि वो खापों के प्रधान भी हैं और आपसी भाईचारे के चलते उन्होंने ये फैसला लिया है. गौरतलब है कि दादरी से निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद सरकार से समर्थन भी वापस ले लिया है. सोमबीर सांगवान ने कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दिया था और मंगलवार को सरकार से समर्थन वापस लिया.