चंडीगढ़: 9 दिसंबर को जेजेपी अपना स्थापना दिवस मनाती है. 9 दिसंबर को भिवानी में जेजेपी की स्थापना दिवस रैली (JJP Foundation Day Rally) आयोजित की गई है. 10 विधायकों वाली जननायक जनता पार्टी आज हरियाणा में बीजेपी के साथ सरकार में है. पार्टी के प्रमुख नेता दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री बने. पांचवे स्थापना दिवस पर पार्टी अपने लिए नए लक्ष्य निर्धारित कर रही है. जिससे भविष्य में हरियाणा में ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी खुद को साबित कर सके.
जननायक जनता पार्टी (Jannayak Janata Party) हरियाणा में बहुत ही कम समय में खुद को एक मजबूत पार्टी के तौर पर उभारने में कामयाब हुई है. उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह युवाओं का जुड़ा होना है. एक तरफ जहां युवा उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला हैं तो वहीं पार्टी के प्रधान महासचिव और उनके भाई दिग्विजय चौटाला भी यूथ लीडर है, जिसका सीधा फायदा पार्टी को मिला है. इन दोनों युवा भाइयों के साथ हरियाणा का युवा जुड़ा और 2019 के चुनाव में पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरी इस पार्टी ने 10 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया था.
जननायक जनता पार्टी ने प्रदेश में मजबूत संगठन खड़ा किया. इतना ही नहीं पार्टी हरियाणा से बाहर निकलकर अन्य राज्यों में अपने पैर पसार रही है. फिर चाहे बात दिल्ली, गुजरात, यूपी और राजस्थान हो. इन सभी राज्यों में भी जेजेपी अपने संगठन में निरंतर विस्तार कर रही है.
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला पहले ही कह चुके हैं कि 9 दिसंबर को जेजेपी के पांचवें स्थापना दिवस पर भिवानी में होने वाली रैली में जनसैलाब उमड़ेगा और यह रैली ऐतिहासिक होगी. इस रैली से पार्टी का लक्ष्य 2024 के लोकसभा और विधानसभा दोनों के चुनावों पर भी निशाना होगा. इसी को देखते हुए पार्टी के सभी प्रमुख नेता लगातार लोगों को इस जन सम्मान रैली में आने का न्योता दे रहे हैं. पार्टी के नेता और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला उम्मीद जता रहे हैं कि जननायक जनता पार्टी की इस रैली में उनकी पिछली रैलियों का रिकॉर्ड टूटेगा.
जननायक जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कई वादे किए थे जो सीधे-सीधे युवाओं से जुड़े हुए थे. इन्हीं वादों के दम पर युवाओं ने उन पर भरोसा जताया और पहले ही विधानसभा चुनाव में 2019 में 10 सीटें भी पार्टी को दी थी. जननायक जनता पार्टी के घोषणापत्र का सबसे बड़ा वादा निजी क्षेत्र में हरियाणा के युवाओं को 75 फीसदी आरक्षण देने का था. उस वादे को पूरा करने में पार्टी सफल रही. महिलाओं को पंचायती राज में 50 फीसदी आरक्षण के वादे को भी जेजेपी ने पूरा किया. जबकि वृद्ध पेंशन 5500 रुपए करने की वादे पर भी पार्टी धीरे धीरे ही सही लेकिन आगे बढ़ रही है.
ऐसा नहीं है कि जननायक जनता पार्टी में सब कुछ ठीक है. पिछले 5 सालों में पार्टी के कुछ विधायक अपने ही नेतृत्व पर निशाना साधते हुए दिखाई दिए हैं. जिनमें खासतौर पर पार्टी के विधायक दादा गौतम एक हैं. पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करने में वर्तमान पंचायती राज मंत्री देवेंद्र बबली भी पीछे नहीं थे. वहीं कुछ अन्य विधायक भी गाहे-बगाहे पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाते रहे हैं. लेकिन इन सब बातों को दरकिनार करते हुए जननायक जनता पार्टी लगातार खुद को प्रदेश ही नहीं अन्य राज्यों में भी आगे बढ़ाने में जुटी है.
राजनीतिक मामलों के जानकार प्रोफेसर गुरमीत सिंह कहते हैं कि जननायक जनता पार्टी अपने युवा नेताओं के दम पर हरियाणा के युवाओं में एक अलग पहचान रखती है. उनका मानना है कि इस पार्टी की सबसे बड़ी यूएसपी भी युवा ही हैं. वे कहते हैं कि दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला खुद युवा हैं ऐसे में प्रदेश के युवा उनके साथ जुड़े. भले ही जननायक जनता पार्टी वर्तमान सरकार में सहयोगी की भूमिका निभा रही हो लेकिन हर पार्टी की तरह वह भी नए लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है.