चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 1.55 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया. बजट में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया गया है. वित्त वर्ष 2021-22 का बजट बढ़ाकर 1,55,645 करोड़ रुपये किया गया है. ये इससे पिछले वित्त वर्ष के 1,37,738 करोड़ रुपये के बजट से 13 प्रतिशत अधिक है.
वहीं हरियाणाा के बजट में कृषि और किसानों पर खास फोकस किया गया है. सरकार की कृषि उत्पादों के विपणन के लिए सोनीपत के गन्नौर में 545 एकड़ भूमि पर अंतरराष्ट्रीय बागवानी मंडी स्थापित करने की योजना है.
इस परियोजना की कुल लागत 2,400 करोड़ रुपए से अधिक है, जिसमे से 1,600 करोड़ रुपए की राशि आरआईडीएफ/एनआईडीए के तहत नाबार्ड से जुटाई जाएगी और शेष 800 करोड़ रुपए की राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी.
साथ ही पिंजौर में सेब मंडी, गुरुग्राम में पुष्प मंडी और सोनीपत के सेरसा में मसाला मंडी विकसित की जाएंगी. प्रदेश से कृषि उत्पाद निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि निर्यात नीति तैयार कर ही है. हरियाणा कृषि उद्योग निगम लिमिटेड राज्य में पैकेज्ड, वीटा और अन्य खाद्य सामग्री का नेटवर्क स्थापित करने के लिए 22 जिलों में दो हजार रिटेल स्टोर और आउटलेट स्थापित करने जा रही है.
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