चंडीगढ़: सोनीपत शराब घोटाले की जांच की कमान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी टीसी गुप्ता को सौंपी गई है. हरियाणा सरकार की ओर से तीन सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. जिसकी टीम का नेतृत्व IAS टीसी गुप्ता करेंगे.
सरकार की ओर से जिस कमेटी का गठन किया गया है. उसमें IAS टीसी गुप्ता के अलावा आबकारी विभाग से जुड़े एक अधिकारी और एक आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं. बता दें कि सोनीपत शराब घोटाले की जांच के लिए हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने सीएम मनोहर लाल को टीसी गुप्ता के नाम की सिफारिश की थी. टीसी गुप्ता के अलावा अनिल विज ने IAS अशोक खेमका और संजीव कौशल का नाम भी सुझाया था.
सोनीपत शराब घोटाला मामले में विपक्ष सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी शराब घोटाले की जांच को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं.
उन्होंने ट्वीट किया कि दाल में काला है या फिर पूरी दाल ही काली है. डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कहते हैं कि गृहमंत्री अनिल विज को एसआईटी गठन के लिए कहा है, विज कहते हैं कि ऐसा कोई अनुरोध नहीं आया, लेकिन विज अशोक खेमका से जांच चाहते हैं और पूरे मामले पर खट्टर साहब मौन हैं.
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गौरतलब है कि सोनीपत शराब घोटाला काफी गरमा गया है. बीते रोज ही खरखौदा पुलिस के आगे आरोपी शराब तस्कर भूपेंद्र ठेकेदार ने सरेंडर किया था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर चार दिन की रिमांड पर लिया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि रिमांड के दौरान भूपेंद्र ठेकेदार कोई अहम खुलासे कर सकता है.
क्या है पूरा मामला ?
सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. जिसमें कई पुलिसकर्मियों का नाम भी सामने आया था. जिस गोदाम से शराब गायब हुई थी. वो गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. जिसके गायब होने के बाद गृह मंत्री अनिल विज काफी सख्त नजर आ रहे हैं और अब एसआईटी इसकी जांच कर रही है. इसी सिलसिले में दो एसएचओ पर पहले भी केस दर्ज किया गया था.