चंडीगढ़: आईएएस अधिकारी रानी नागर ने इस्तीफा दे दिया है. रानी नागर ने अपने इस्तीफे की कॉपी चीफ सेक्रेटरी को भेजी है. सोशल जस्टिस एंड एंपावरमेंट डिपार्टमेंट में एडिशनल डायरेक्टर के पद पर रानी नागर नियुक्त थी. गवर्नमेंट ड्यूटी के दौरान पर्सनल सुरक्षा के चलते इस्तीफा दिया है. उन्होंने इस्तीफे की कॉपी राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, हरियाणा के राज्यपाल और हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी भेजी है.
आईएएस अधिकारी रानी नागर लंबे समय से सोशल मीडिया के जरिए अपनी जान को खतरा बता रही थी ,उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा मुख्यसचिव को भेज दिया है. रानी नागर ने लॉकडाउन के बाद इस्तीफा देने का की बात की थी.
17 अप्रैल को कर दी थी घोषणा
आपको बता दें कि आईएएस रानी नागर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 17 अप्रैल को पोस्ट डालकर इसकी जानकारी दी थी. आईएएस अधिकारी रानी नागर अपनी सुरक्षा को लेकर लगातार चिंतित थी और हरियाणा में एक मामले को लेकर हाईकोर्ट में भी रानी नागर ने शिकायत लगा रखी थी.
उन्होंने अपनी और बहन रीमा नागर की जान को खतरा भी बताया है. वो दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस में कमरा नंबर-311 में किराये पर रह रही हैं. रानी नागर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया था. इसमें उन्होंने और रीमा नागर ने जान को खतरा बताते हुए लोगों से अपील की है.
रानी नागर के साथ रहे कई विवाद
जब-जब रानी नागर का विवाद सामने आया है. तो उनकी मनोस्थिति पर भी दूसरे पक्ष ने सवाल उठाएं हैं. रानी नागर कई विवादों के कारण सुर्खियों में रही हैं. रानी नागर ने ACS स्तर के एक अधिकारी पर दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया. ये मामला सीएम दरबार तक गया था. इसके बाद कैब ड्राइवर पर भी रानी नागर ने बदतमीजी का आरोप लगाया. डबवाली में एसडीएम रहते हुए रानी नागर ने अपनी जान को खतरा भी बताया था.
आईएएस रानी नागर ने फेसबुक पर क्या लिखा था ?
उन्होंने लिखा, ''मैं रानी नागर, पुत्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद, गांव बादलपुर, तहसील दादरी, जिला गौतमबुद्ध नगर. आप सभी को सूचित करना चाहती हूं, मैंने ये निर्णय लिया है कि आईएएस के पद से इस्तीफा दूंगी. अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इस कारण मैं और मेरी बहन रीमा नागर चंडीगढ़ से बाहर नहीं निकल सकते. चंडीगढ़ से आगे गाजियाबाद तक रास्ते भी बंद हैं.लॉकडाउन और कर्फ्यू खुलने के बाद अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन रीमा नागर के साथ मैं वापस अपने पैतृक शहर गाजियाबाद आऊंगी. हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे.''
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BSP सुप्रीमो मायावती ने किया था समर्थन
आपको बता दें कि रानी नागर के समर्थन में उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ट्वीट किया था. मायावती ने ट्वीट में लिखा है कि रानी नागर के आरोप बेहद गंभीर हैं. सरकार को इन पर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए.
मायावती ने अपने ट्वीट के जरिए कहा कि 'यूपी के जिला गौतम बुद्ध नगर की मूल निवासी व हरियाणा कैडर की आईएएस-2014 अधिकारी रानी नागर द्वारा, अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर उत्पीड़न व बहन सहित इन्हें जान को खतरे के विरोध में, अन्ततः इस्तीफा देने की जो बात कही है यह अति-गंभीर मामला है. सरकार इसका तुरन्त उचित संज्ञान ले, अनेकों शिकायतों के बावजूद उक्त महिला आईएएस अधिकारी के खिलाफ जारी अत्पीड़न मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, यह बी.एस.पी. की हरियाणा व केन्द्र सरकार से भी माँग है'.
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