चंडीगढ़: केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे चंडीगढ़ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने पीसा प्रतियोगिता की तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही चंडीगढ़ के 2 स्कूलों का दौरा भी किया.
इस मौके पर उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय छात्र मूल्यांकन कार्यक्रम (पीसा) एक ऐसा कार्यक्रम है, जो देश के होनहार छात्रों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाता है. उन्होंने कहा कि अगले साल पीसा का आयोजन होने वाला है और भारत की तरफ से इसमें चंडीगढ़ के छात्र हिस्सा लेंगे और उन्हें उम्मीद है कि इस बार वो पिछली बार के मुकाबले बेहतर रैंक हासिल करेंगे.
2009 में पहली बार भारत ने लिया पीसा में हिस्सा
संजय धोत्रे ने बताया कि भारत ने पहली बार इस प्रतियोगिता में साल 2009 में हिस्सा लिया था. उस समय भारत की तरफ से तमिलनाडु और हिमाचल प्रदेश के छात्रों ने हिस्सा लिया था, तब भारत का रैंक 72 आया था. उसके बाद भारत ने पीसा में दोबारा हिस्सा नहीं लिया, लेकिन अगले साल होने वाले पीसा में भारत हिस्सा लेने जा रहा है.
JNU हिंसा शर्मनाक- धोत्रे
वहीं जेएनयू में हुई हिंसा पर धोत्रे ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में पूरे देश में जेएनयू हिंसा का मामला छाया रहा था. किसी भी शिक्षण संस्थान में हिंसा होना बेहद शर्मनाक है, क्योंकि शिक्षण संस्थान शिक्षा का मंदिर होता है और वहां छात्र पढ़ने आते हैं ताकि वो जिंदगी में कुछ बन सके, लेकिन ऐसी जगहों पर उपद्रव मचाना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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उन्होंने कहा कि जेएनयू में हिंसा हुई, लेकिन इसमें सरकार सीधे तौर पर हस्तक्षेप नहीं कर सकती, क्योंकि अगर वहां पुलिस जाती है तब लोग सरकार पर आरोप लगाते कि जेएनयू में पुलिस को क्यों भेजा गया, लेकिन अगर वहां पुलिस नहीं जाती तब भी लोग सरकार पर ही आरोप लगाते हैं कि वहां पर पुलिस को क्यों नहीं भेजा गया.