चंडीगढ़: दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के विरोध में चल रहे धरने पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी का सम्मान करते हुए प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि जो लोग शाहीन बाग में एक लंबे अरसे से धरने पर बैठे हैं. उन्हें भी कोर्ट का सम्मान करते हुए वहां से उठ जाना चाहिए.
शाहीन बाग पर विज की टिप्पणी
अनिल विज चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और भावना का सम्मान करते हैं. जो लोग शाहीन बाग में बैठे हुए हैं, उनको खुद-ब-खुद उठ जाना चाहिए. उनको भी कोर्ट का सम्मान करना चाहिए. विज ने कहा कि शाहीन बाग में धरने का मतलब खुल्लम-खुल्ला देश की योजनाओं का विरोध करना है.
सीएए का विरोध डिवीजन का षड्यंत्र?
उन्होंने कहा कि इसके अंदर एक षड्यंत्र है. क्योंकि सीएए किसी भी हिंदुस्तानी को प्रभावित नहीं करता. इसके बावजूद इतने दिन धरने पर बैठना यानी कि वे हिंदुस्तान में डिवीजन पैदा करना चाहते हैं. हिंदुस्तान में आपस में एक दीवार खड़ी करना चाहते हैं.
शाबीन बाग में धरना प्रदर्शन
बता दें राजधानी दिल्ली के शाहीन बाग में करीब 2 महीने से नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है. इस प्रदर्शन की वजह से यातायात बाधित हो रहा है, क्योंकि शाहीन बाग इलाके में सड़कें बंद कर दी गई हैं.
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धरने पर कोर्ट की टिप्पणी
धरने की वजह से सड़कें बंद होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. सोमवार को सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने कहा कि आप रास्ता नहीं रोक सकते. एक कॉमन क्षेत्र में प्रदर्शन जारी नहीं रखा जा सकता है. अगर हर कोई ऐसा प्रदर्शन करने लगे तो क्या होगा?