चंडीगढ़: जल्द ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा सफेद कुरता पाजामा छोड़ कर भगवा कपड़ों में और हाथ में चिमटा और पैरों में खड़ाऊ में दिखेंगे. ये बात प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने कही. इस मौके पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हुड्डा आज काफी दुखी दिख रहे थे और एक दुख भरी कविता भी सुना रहे थे.
गृह मंत्री अनिल विज ने मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा गठबंधन सरकार पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. इस मौके पर खिलाड़ियों को लेकर हुड्डा के दिए बयान पर विज ने कहा कि उनके कार्यकाल में पिक एंड चूज की प्रणाली को अपनाया जाता था, उनके समय मे धर्म जाती और क्षेत्रवाद का बोलबाला था.
'ये हुड्डा राज नहीं है'
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमारे समय में सब कुछ वेबसाइट पर डाला गया है. किसको किस तरह और क्या लाभ मिलेगा वहां देखा जा सकता है. प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था के हुड्डा के बयान पर गृह मंत्री ने कहा कि ये हुड्डा राज नहीं है, जहां एक एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थाने के बाहर आग लगानी पडे.
एसईटी को लेकर नेता विपक्ष द्वारा उठाए सवाल पर विज ने कहा कि हुड्डा साहब पहले रिपोर्ट को पढ़ें और मेरे द्वारा दी गई सिफारिशों को भी पढ़ें, उसके बाद कुछ बोलें. बिना पढ़े टिप्पणी करना ठीक नहीं होता.
'नेता विपक्ष ने इन अध्यदेशों को पढ़ा तक नहीं'
केंद्र सरकार द्वारा कृषि पर लाए गए अध्यादेश पर अनिल विज ने कहा कि इन अध्यादेशों से किसानों को कितना फायदा मिलेगा और वो इससे कितने संतुष्ट हैं ये नेता विपक्ष ने नहीं देखा है. उन्होंने इन अध्यादेशों को पढ़ा भी नहीं है.
विज ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर व्यंग कसते हुए कहा कि जिस आदमी को वैराग्य हो जाता है वो किसी भी चीज पर फोकस नहीं कर सकता. वो सिर्फ अपना दुखड़ा ही रोता है. उन्होंने जीने पर भी रोना है और मरने पर भी रोना है.
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