चंडीगढ़: हरियाणा में गृहमंत्री अनिल विज और डीजीपी मनोज यादव के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इसी विवाद के बीच गृहमंत्री अनिल विज बुधवार शाम को दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले. हालांकि बाद में गृह मंत्री अनिल विज ने अमित शाह से मिलने की खबरों का खंडन कर दिया.
सूत्रों के मुताबिक अनिल विज ने गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात में मौजूदा राजनीतिक हालात समेत कई विषय पर चर्चा हुई है. वहीं डीजीपी मनोज यादव के साथ चल रहे अनिल विज के विवाद को देखते हुए इस मुलाकात के कई मायने भी निकाले जा रहे हैं.
बता दें कि, हरियाणा सरकार ने जनवरी महीने में डीजीपी मनोज यादव का कार्यकाल 21 फरवरी, 2021 तक बढ़ा दिया था, लेकिन अब केंद्र सरकार की ओर से मनोज यादव को एक साल की एक्सटेंशन दे दी गई है. वहीं सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि मनोज यादव अगले आदेश तक डीजीपी रह सकते हैं, लेकिन अगर इसी बीच कोई और आदेश आ जाता है, तो वो अलग बात होगी.
क्या है विज और डीजीपी का विवाद?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इससे पहले भी डीजीपी मनोज यादव की एक्सटेंशन को लेकर अनिल विज मुखर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री अनिल विज डीजीपी मनोज यादव को मिले एक्सटेंशन से खुश नहीं हैं.
ये भी पढ़ें- डीजीपी मनोज यादव पर सख्त हुए गृह मंत्री अनिल विज, इस केस में मांगा स्पष्टीकरण
इसी बीच डीजीपी मनोज यादव पर अब गृहमंत्री अनिल विज ने सख्ती दिखाई है. गृहमंत्री अनिल विज ने डीजीपी से एक मामले को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा है. दरअसल गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर कुछ समय पहले प्रदेश में नारकोटिक्स टीम बनाई गई थी. जिसका मकसद नशा तस्करों पर लगाम लगाना था. इस टीम की जिम्मेदारी एडीजीपी श्रीकांत जाधव को दी गई थी.
माना जाता है कि एडीजीपी ने अनिल विज को भेजी अपनी रिपोर्ट में हरियाणा पुलिस की तरफ से सहयोग नहीं मिलने की बात लिखी थी. जिसके बाद अब अनिल विज ने गृह सचिव को पत्र लिखकर डीजीपी मनोज यादव से स्पष्टीकरण मांगा.
ये भी पढ़ें- डीजीपी मनोज यादव को केंद्र सरकार से मिली एक साल की एक्सटेंशन