चंडीगढ़ः हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, जो कोविड-19 के इलाज के लिए 15 दिसंबर, 2020 को मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए थे, उनकी हालत स्थिर है और उनके स्वास्थ्य से संबंधित महत्वपूर्ण मापदंड सामान्य हैं.
आज अस्पताल द्वारा जारी एक मेडिकल बुलेटिन में डॉ. ए.के. दुबे चिकित्सा अधीक्षक, मेदांता - द मेडिसिटी ने बताया कि अनिल विज को कोविड निमोनिया के साथ कल यानी 15 दिसंबर, 2020 को रात 9 बजे पीजीआई रोहतक से मेदांता अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था और उन्हें मेदांता आईसीयू में भर्ती किया गया था.
विज का सीटी स्कैन सहित अन्य स्वास्थ्य जांच की गई हैं और परिणाम संतोषजनक हैं. विज ने कल रात अच्छी तरह नींद ली और भोजन किया. कुछ दिन उनके आईसीयू में रहने की संभावना है. डॉक्टरों की एक टीम जिसमें डॉ वीरेंद्र यादव सीएमओ गुरुग्राम, डॉ. दीपक गोविल निदेशक क्रिटिकल केयर, डॉ. सुशीला कटारिया वरिष्ठ निदेशक इंटर्नल मेडिसन मेदांता, के अलावा अन्य शामिल हैं, विज की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं.
रोहतक PGI से मेदांता किया गया शिफ्ट
विज के इलाज में जुटे डॉक्टर्स का कहना है कि मंगलवार को विज का ऑक्सीजन लेवल बहुत नीचे आ गया था, लेकिन उसे कंट्रोल कर लिया गया. उन पर ज्यादा निगरानी रखी जा सके इसके लिए उन्हें रोहतक पीजीआई से मेदांता शिफ्ट किया गया था. बता दें कि 5 दिसंबर को हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज कोरोना पॉजिटिव मिले थे. जिसके बाद उन्हें अंबाला के सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया था.
रोहतक पीजीआई में हुई थी प्लाजमा थेरेपी
रोहतक पीजीआई में डॉक्टरों की विशेष टीम बना अनिल विज की निगरानी कर रही थी. पीजीआई में भी उनके स्वास्थ्य में भी कोई खास सुधार नहीं आया. यहां उनके कई टेस्ट किए गए. चिंता की बात ये भी है कि उन्हें रोहतक पीजीआई में ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया. साथ ही अनिल विज को प्लाज्मा यूनिट भी दी गई. डॉक्टरों के अनुसार अनिल विज को बुखार की भी शिकायत थी. हालांकि डॉक्टरों ने ये भी कहा कि जो प्लाज्मा यूनिट अनिल विज को दी गई है उसका असर 24 से 48 घंटों में दिखाई पड़ेगा.