चंडीगढ़: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वीरवार को हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की. कोविड-19 के संक्रमण को रोकने को लेकर बैठक में चर्चा हुई. गृह मंत्री अमित शाह ने तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नई रणनीति बनाने के बारे में कहा.
हरियाणा के पांच जिले गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक और झज्जर. उत्तर प्रदेश के बागपत, गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद जिलों में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा बैठक हुई. बैठक में हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मौजूद थे. स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज इस बैठक में अंबाला से जुड़े.
बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पिछले सात दिनों में हरियाणा में कोविड-19 का रिकवरी रेट 70.75 प्रतिशत रहा है, जो एक समय 32 प्रतिशत तक पहुंच गया था. गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर जिलों में पिछले सात दिनों में कोविड-19 के 2724 सक्रिय मामले हैंं. इसके अलावा, 2110 नए मामले भी सामने आए हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि 30 जून, 2020 तक हरियाणा में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 35,000 से अधिक होने का अनुमान था, परंतु प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए किए गए प्रबन्धों के चलते ये संख्या 15,500 तक पहुंची.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 के प्रतिदिन किए जाने वाले रैपिड टैस्ट को 4000 से बढ़ाकर 5000 कर दिया गया है. अकेले गुरुग्राम में ही प्रतिदिन 3500 रैपिड टेस्ट किए जा रहे हैं और एनसीआर के अन्य जिलों में भी रैपिड टेस्टिंग शुरु की जाएगी. गुरुग्राम की स्थिति को देखते हुए वहां 17 एग्रेसिव कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं.
सीएम ने कहा कि लोग अपने शरीर में ऑक्सीजन की जांच कर सकें, इसके लिए हरियाणा में 1500 पल्स ऑक्सीमीटर वितरित किए गए हैं और इसके अलावा, 1000 पल्स ऑक्सीमीटर अतिरिक्त वितरित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते 750 नए डॉक्टर्स भर्ती किए गए हैं. इसी प्रकार, 1006 डॉक्टर्स ने टेलीमेडिसन के माध्यम से लोगों को घर पर ही अन्य बीमारियों में उनके उपचार हेतु सलाह-मशवरा दिया. प्रदेश में आईसीयू बेडों की संख्या 1061 है और कोविड-19 तथा आइसोलेशन बैडस की संख्या 15,900 है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य और अन्य विभागों के बेहतर तालमेल के लिए 70,000 वॉलिन्टियर्स ने स्वेच्छा से कार्य करने के लिए अपना पंजीकरण करवाया, जिनमें डॉक्टरों, पैरा-मेडिकल स्टॉफ के अलावा अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोग भी शामिल थे. इन लोगों ने कोविड-19 के चलते घर-घर जाकर सर्वे का काम किया और अपनी सेवाएं दी. इसी प्रकार, 20,000 से अधिक स्थानीय समितियां गठित की गई, जिन्होंने गरीबों और मजदूरों को राशन बांटने में विशेष सहयोग किया और इस दौरान 87,000 से अधिक डिस्टेर्स राशन टोकन भी बांटे गए.
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मनोहर लाल ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, आसाम, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा जैसे दूसरे राज्यों के मजदूरों को उनके गृह राज्यों में उनके गंतव्य स्थानों पर पहुंचाने के लिए 100 विशेष रेलगाडिय़ां और 5600 से अधिक बसें चलाई. उन्होंने कहा कि अब औद्योगिक मजदूर दोबारा हरियाणा में वापस लौट रहा है.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैठक बताया कि अब औद्योगिक गतिविधि लगभग सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रही हैं और अगर हम औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की खपत को देखें तो ये लगभग 82 प्रतिशत तक पहुंचने लगी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि जीएसटी व अन्य राजस्व गतिविधियां भी पहले की तरह सामान्य स्थिति की ओर बढऩे लगी हैं.