चंडीगढ़: हरियाणा में केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए तीनों विधेयकों को लेकर बवाल मचा हुआ है. प्रदेशभर के किसानों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. किसानों ने 20 सिंतबर को पूरे हरियाणा में तीन घंटे के लिए चक्का जाम करने का ऐलान किया है, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आ गया है.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए गृह सचिव ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि सभी डीसी, एसएसपी और एसपी उन लोगों से जाकर मिले हैं, जो आंदोलन का नेतृत्व करेंगे और उनको शंतिपूर्ण धरने के लिए मनाएं. उनके नेशनल हाईवे को ब्लॉक करने से रोका जाए.
इस ऑर्डर में कहा गया है कि हाईवे जाम होते हैं तो दूसरे विकल्प रास्तों पर ट्रैफिक को तुरंत प्रभाव से मूव किया जाए. साथ ही सभी अधिकारियों को सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों को रिपोर्ट करने को कहा गया है.
पत्र की मुख्य बातें
प्रदर्शन के मौके पर डयूटी मजिस्ट्रेट उपलब्ध रहें
प्राइवेट अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी
प्रदर्शनकारियों के साथ सहन शक्ति और शांति से डील करने के आदेश
सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को ज्यादा संख्या में घायलों के इलाज करने के लिए तैयारी के आदेश
नेशनल हाईवे पर एंबुलेंस की भी तैनाती पुलिस की मौजूदगी में की जाए
प्रदर्शनकारियों को पहले शांति से समझाया जाए और उनको ये समझाया जाए कि कानून हाथ में ना लें
हिंसा और लूट करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए
किसी की आपातकाल स्थिति के लिए होम सेक्रेट्री कंट्रोल रूम का नंबर जारी किया गया 0172- 2711925
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बता दें कि हरियाणा के किसान सरकार की ओर से लाए गए तीनों विधेयकों के खिलाफ मोर्चा खुले हैं. किसानों की ओर से 20 को चक्का जाम और 25 को भारत बंद के ऐलान के बाद वरिष्ठ आईएएस विजय वर्धन और एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने आदेश जारी करते हुए पुलिस को अलर्ट पर रहने को कहा है.