चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने 37 स्पीड रडार खरीदने का फैसला किया है. ये स्पीड रडार नेशनल हाइवे पर लगाए जाएंगे. जिनकी मदद से तेज रफ्तार से चलने वालों पर शिकंजा कसा जा सकेगा. करीब 4 करोड़ 62 लाख रुपये कि लागत से ये स्पीड रडार हरियाणा पुलिस खरीदेगी.
ये रडार इंटरसेप्टर के अंदर ही फिट होंगे. इनसे तेज रफ्तार से चलने वाले वाहन चालकों पर शिकंजा कसा जाएगा, स्पीड रडार से पुलिस को पहले से ही पता चल जाएगा कि कौन सा वाहन कितनी तेजी से आ रहा है. राडार में ओवर स्पीड आने पर वाहन चालक का चालान किया जाएगा.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में ये फैसला किया गया. क्योंकि ओवर स्पीड से भी प्रदेश में हादसे होते हैं, इससे ना केवल तेज गति से वाहन चलाने वाले की जान जोखिम में पड़ती है, बल्कि दूसरे वाहन चालक भी बेवजह खतरे में पड़ जाते हैं.
गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाता है. फिर भी कुछ लोग नियमों को तोड़ने की कोशिश करते हैं. जिसको देखते हुए अब 4 करोड़ 62 लाख रुपये की लागत से 37 स्पीड राडार खरीदने का फैसला किया है. इसके तहत अब ओवर स्पीड चलने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा. वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए.
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एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में सड़क हादसों से राज्य में हर साल औसतन 5 हजार लोगों की जान जाती है. जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग सड़क हादसों में हर साल घायल होते हैं. सरकार से पहले ही कंपनियां प्रदेश के सभी नेशनल हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय ले चुकी हैं. राज्य में नए बनने वाले हाईवे के अलावा जिन सड़कों का विस्तार कर उन्हें फोर या सिक्स लेन किया जा रहा है, उन सभी पर संबंधित निर्माण कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाएगी. इसके लिए पहले ही एमओयू किया जा चुका है. चूंकि प्रदेश में ई-चालान सिस्टम भी अब लागू हो चुका है. कई शहरों में प्रमुख सड़कों, रेड लाइट और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.