चंडीगढ़: एमएसपी पर किसानों से सूरजमुखी खरीदने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. कुरुक्षेत्र शाहबाद में किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर जननायक जनता पार्टी से विधायक और हरियाणा शुगर फेडरेशन के चेयरमैन रामकरण काला ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने के बाद चंडीगढ़ पहुंचे रामकरण काला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लिया.
शाहबाद से जेजेपी विधायक रामकरण काला ने कहा कि,सरकार किसानों से एमएसपी पर सूरजमुखी खरीदे. ताकि किसानों को उनके मेहनत का लाभ मिले. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि धरने पर बैठे किसानों से सही बातचीत नहीं की गई. अगर शुरुआत में ही सरकार की ओर से किसानों के साथ सही से बात होती तो लाठीचार्ज की नौबत ही नहीं आती.
जेजपी विधायक ने कहा कि, 'मैंने सीएम से कहा कि किसानों को पहले 1000 रुपए खाते में देने चाहिए. मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार 12 जून तक समाधान कर लेगी. एक बार फिर सूरजमुखी पर एमएसपी बढ़ गई है. ऐसे में फिर अगली बार दिक्कत आएगी. इस समस्या का समाधान जल्द होना चाहिए. किसानों से किए वादे के अनुसार, मैंने अपना इस्तीफा पार्टी नेता और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को सौंप दिया है.'
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इसके साथ ही जेजेपी विधायक ने कहा कि, किसानों के खिलाफ जो मुकदमे दर्ज किए गए हैं, सरकार तत्काल उसे वापस ले. उन्होंने कहा कि इस मामले में किसानों की पगड़ी उछाली गई है. उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए पहले भी कई बार प्रयास किया था, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला.
हालांकि शाहबाद से जेजेपी विधायक रामकरण काला ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे हमेशा अपनी पार्टी के साथ खड़े. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे अब शुगर फेडरेशन के चेयरमैन पद का कोई लाभ नहीं लेने वाले हैं. उन्होंने कहा कि किसानों पर दर्ज मामले वापस हो जाए तो वही काफी है, चेयरमैन पद का कोई लालच नहीं है.
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