चंडीगढ़: पंजाब विश्वविद्यालय के मामले को लेकर आज फिर चंडीगढ़ में चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की अध्यक्षता में पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक होगी. हरियाणा, पंजाब विश्वविद्यालय से अपने कॉलेज की एफीलिएशन कराने के लिए तैयार है. जिसके बदले में हरियाणा, पंजाब विश्वविद्यालय को आर्थिक मदद देने के लिए भी तैयार है.
पंजाब विश्वविद्यालय से हरियाणा तो अपने कॉलेजों की एफिलिएशन कराना चाहता है, लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान इस मामले में दूर-दूर शब्दों में कह चुके हैं कि पंजाब विश्वविद्यालय पंजाब की विरासत है और अपने राज्य के अधिकार के लिए वे वचनबद्ध हैं. हालांकि इस मुद्दे पर फिर से आज हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्री के बीच बैठक होनी है. लेकिन, उससे पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री के बयान से जहां राजनीति गरमा गई है. वहीं, इस मसले का हल निकालना भी मुश्किल दिखाई दे रहा है.
बता दें कि आज पंजाब गवर्नर बीएल पुरोहित की अध्यक्षता में चंडीगढ़ के सचिवालय में दोनों मुख्यमंत्रियों की बैठक होनी है. इस बैठक में पंजाब यूनिवर्सिटी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिनमें यूनिवर्सिटी को दिए जाने वाले फंड में हिस्सेदारी का मुद्दा भी शामिल है.
इस मामले को लेकर तीन दिन पहले हुई हुई बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा था कि अगर पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा की कुछ कॉलेजों को मान्यता मिलती है तो हरियाणा विश्वविद्यालयों को ग्रांट के तौर पर आर्थिक मदद देने को भी तैयार है. वहीं, बैठक में पंजाब गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने दोनों मुख्यमंत्रियों को कहा था कि पंजाब विश्वविद्यालय के मुद्दों पर आपसी पर आपसी सहमति से आगे बढ़ना चाहिए.
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