चंडीगढ़: हरियाणा की खेल नीति में बदलाव की चर्चा जोरों पर है. इसी बीच ये भी खबरें आईं कि प्रदेश की नई खेल नीति में बदलाव के बाद खिलाड़ी सीधे डीएसपी नहीं बन पाएंगे. इसी बात को जाने के लिए ईटीवी भारत ने खेल मंत्री संदीप सिंह से बातचीत की. साथ ही उनसे खेलो इंडिया को लेकर क्या तैयारियां है इसको लेकर भी चर्चा की.
खेल मंत्री संदीप सिंह से ने बताया कि ऐसा नहीं है कि अब खिलाड़ी सीधा डीएसपी नहीं बन पाएंगे. उन्होंने कहा कि योग्यता के आधार पर सरकार नीति में बदलाव लाएगी. खिलाड़ी जिस योग्य होंगे उसी हिसाब से उन्हें नौकरियां दी जाएंगी, ताकि खिलाड़ी और खेलों को भी बढ़ावा मिलता रहे.
इसके साथ ही जिस प्रकार से खिलाड़ी मेडल लाएंगे उस हिसाब से भी उन्हें नौकरियां दी जाएंगी. नई नीति को लेकर अभी सरकार विचार कर रही है और इसी के तहत ही आगे नीति में कुछ बदलाव किए जाएंगे.
क्या खिलाड़ियों को सिर्फ पुलिस विभाग में ही नौकरी मिलेगी?
संदीप सिंह ने कहा कि खिलाड़ियों को उनकी योग्यता के अनुसार किसी भी विभाग में नौकरी दी जा सकती है, ताकि खिलाड़ी भी आगे बढ़े और हरियाणा का खेल भी आगे बढ़ता रहे. उन्होंने कहा कि ये सब बदलाव खेल नीति में हरियाणा के खेल के भविष्य को मद्देनजर रखते हुए किए जाएंगे, ताकि हरियाणा के खिलाड़ी खेल के मैदान के साथ-साथ जिंदगी में भी आगे बढ़ते रहें.
खेलो इंडिया की तैयारियां कैसी चल रही हैं?
संदीप सिंह ने कहा कि कोरोना की वजह से हम ज्यादा प्रतियोगिताएं नहीं करवा पा रहे हैं. खिलाड़ी भी अपनी तैयारियां नहीं कर पा रहा है, लेकिन फिर भी हमारी कोशिश है कि कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखकर उनकी तैयारियां चलती रहें. उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया में 12 से 15 हजार के बीच खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, ऐसे में उसी हिसाब से तैयारियां की जा रही हैं.
कोरोना के बीच हरियाणा में कैसे होगा खेलो इंडिया?
इस पर संदीप सिंह ने कहा कि जिस पैटर्न पर ओलंपिक होंगे उसी पैटर्न पर सरकार भी खेलो इंडिया करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि पहले ओलंपिक होगा, उसके बाद ही खेलो इंडिया के तहत खेलों का आयोजन किया जाएगा. ये केंद्र सरकार के खेल मंत्री पहले ही कह चुके हैं. अब ओलंपिक चाहे जिस समय भी होंगे, लेकिन खेलो इंडिया के तहत होने वाली गेम्स का आयोजन उसके बाद ही किया जाएगा.
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