चंडीगढ़: तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. इस बीच किसान अब बीजेपी और जेजेपी मंत्रियों और नेताओं का विरोध भी कर रहे हैं. रोहतक में किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम का विरोध किया. इस दौरान पुलिस की तरफ से किसानों पर लाठीचार्ज किया गया.
इस लाठी चार्ज के विरोध में किसानों को विरोध और ज्यादा उग्र हो गया है. इसपर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसानों ने पुलिस कर्मचारियों पर पथराव किया. इसलिए पुलिस को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. लाठीचार्ज के विरोध में एक तरफ किसान मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत सभी नेताओं और मंत्रियों का विरोध कर रहे हैं. तो दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा भी सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमने सरकार से हाथ मिलाने को कहा मगर वो किसानों से पंजा लड़ा रही है.
किसान रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हिसार में उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, कुरुक्षेत्र में बीजेपी सांसद नायब सैनी, सिरसा में सांसद सुनीता दुग्गल और गोपाल कांडा का विरोध किसान कर चुके हैं. गृहमंत्री अनिल विज भी किसानों के इस तरह विरोध पर सख्त नजर आए. उन्होंने कहा कि विरोध करना सबका अधिकार, लेकिन किसी को विघ्न नहीं डालने दिया जाएगा.
एक तरफ किसान बीजेपी-जेजेपी मंत्रियों और नेताओं का विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष भी लाठीचार्ज के विरोध में सड़कों पर उतर गया है. रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रही है.
इस दौरान कांग्रेस ने उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा है. फिलहाल तो ये विरोध थमता नहीं दिखाई दे रहा. किसान भी साफ कर चुके हैं कि उनका विरोध जारी रहेगा. चाहे उन्हें कितनी भी कुर्बानी क्यों ना देनी पड़े.