चंडीगढ़: हरियाणा में कथित धान घोटाला हुआ कि नहीं इससे पर्दा आज उठ जाएगा. हरियाणा सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रिपोर्ट सबके सामने रखी जाएगी. ये जानकारी खुद डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने दी है.
रिपोर्ट आने के बाद उठेगा पर्दा !
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से बताया कि हरियाणा की राइस मिलों में धान की फिजिकल वेरिफिकेशन का काम किया जा रहा है. पड़ताल लगभग समाप्त होने को है. 28 दिसंबर तक पूरी जांच सामने आ जाएगी. जिसके बाद सरकार की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी जाएगी. टीमों द्वारा की गई इस वेरिफिकेशन के दौरान अगर किसी भी तरह की कोई कमी मिलती है तो सरकार विचार कर उन पर कार्रवाई करेगी.
स्टॉग में पाई गई अनियमितताएं
बता दें कि प्रदेश में राइस मिलों में घोटाले के आरोपों के बाद दूसरी बार राइस मिलों के स्टॉक की पड़ताल की गई. इस दौरान स्टॉक में अनियमितताएं भी सामने आई. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से की गई जांच में अभी तक 81 करोड़ की पेडी के गायब होने की जानकारी है, जिसमें सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र करनाल में पाई गई हैं.
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मिली जानकारी के मुताबिक सरकार की ओर से समझौते के तहत बाजार से खरीदी पैडी (जीरी) जिन 1305 मिलों को दी थी, उनके फिजिकल वेरिफिकेशन की मुहिम कई दिन पहले शुरू हुई थी. सरकार द्वारा मार्केट से खरीद कर मिलों को दी कुल पेडी के मुकाबले फिलहाल 1059 मिलों की जांच के बाद कुल मिलाकर 32427 मील ट्रिक टन पेडी का फर्क सरकार की एजेंसियों के सामने आया है.
करनाल और अंबाला में पाई गई सबसे ज्यादा कमियां
वहीं अभीतक मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र करनाल की कुल 303 मिलों में से 244 मिलों की पड़ताल कर ली गई है. जिसमें कुल मिलाकर 9801 मीट्रिक टर्न पैडी का फर्क सामने आया है. दूसरा जिला गृहमंत्री अनिल विज का अंबाला है यहां की राइस मिलों में अभी तक कुल 193 मिलों में पड़ताल में 192 में की गई जिस में 9351 मीट्रिक टर्न पेडी कम आंकी गई है.