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राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराएगी हरियाणा सरकार, गलत जानकारी देने पर होगी कार्रवाई - हरियाणा में राइस मिलर्स की होगी फिजिकल वेरिफिकेशन

डिप्टी सीएम ने कहा कि फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के बाद अगर परमल की जगह बासमती निकलती है या मात्रा कम निकलती है तो ऐसे राइस मिलर्स के खिलाफ जांच की जाएगी.

राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराएगी हरियाणा सरकार
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Published : Nov 20, 2019, 10:02 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में अबतक एस्टिमेशन साढ़े 8 लाख मीट्रिक टन धान आ चुका है. धान की इतनी ज्यादा हुई आवक पर हरियाणा सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है. विरोधी सरकार पर घोटाले और धान नहीं खरीदने का आरोप लगा रहे हैं. विरोधियों के आरोपों पर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जवाब दिया है.

हरियाणा में होगा राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन
डिप्टी सीएम दुष्यंत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एस्टिमेशन से इतने ज्यादा धान का आना अपने आप में सवालिया निशाना है. सरकार इस बात की जांच कर रही है. विरोधियों के सरकार पर लगाए धान नहीं खरीदने के आरोप पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ऐसा नहीं कि सरकार किसान का धान नहीं खरीद रही है. बस सरकार की ओर से राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराया जा रहा है.

क्लिक कर सुने क्या बोले दुष्यंत चौटाला

गलत जानकारी देने पर होगी विभागीय कार्रवाई
डिप्टी सीएम ने कहा कि फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के बाद अगर परमल की जगह बासमती निकलती है या अगर मात्रा कम निकलती है तो ऐसे राइस मिलर्स के खिलाफ जांच की जाएगी और विभाग की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

‘धान का हर एक दाना खरीदा गया’
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की ओर से विधानसभा में सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद कैबिनेट में इस पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि सरकार ने 14 नवंबर तक धान का आखिरी दाना तक खरीदा है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाली परमल को भी हरियाणा में घुसने नहीं दिया. इतने बड़े स्तर पर धान की मात्रा को स्टोर करना सरकार की जिम्मेदारी है. इसके लिए स्टोर की वेरिफिकेशन होना बेहद जरूरी है.

ये भी पढ़िए: देशभर से लोग इन गांवों के गेहूं की करते हैं डिमांड, बिन सिंचाई-बिन खाद होती है पैदावार

बता दें कि विपक्ष की तरफ से सरकार पर धान की खरीद न होने के आरोप लगाए गए थे और अब आरोप लग रहे हैं कि कुछ राइस मीलर्स गलत तरीके से बाहरी राज्यों से धान खरीदकर बेच रहे हैं. जिसके बाद अब सरकार की ओर से राइस मीलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराई जा रही है.

चंडीगढ़: हरियाणा में अबतक एस्टिमेशन साढ़े 8 लाख मीट्रिक टन धान आ चुका है. धान की इतनी ज्यादा हुई आवक पर हरियाणा सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई है. विरोधी सरकार पर घोटाले और धान नहीं खरीदने का आरोप लगा रहे हैं. विरोधियों के आरोपों पर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने जवाब दिया है.

हरियाणा में होगा राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन
डिप्टी सीएम दुष्यंत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एस्टिमेशन से इतने ज्यादा धान का आना अपने आप में सवालिया निशाना है. सरकार इस बात की जांच कर रही है. विरोधियों के सरकार पर लगाए धान नहीं खरीदने के आरोप पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ऐसा नहीं कि सरकार किसान का धान नहीं खरीद रही है. बस सरकार की ओर से राइस मिलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराया जा रहा है.

क्लिक कर सुने क्या बोले दुष्यंत चौटाला

गलत जानकारी देने पर होगी विभागीय कार्रवाई
डिप्टी सीएम ने कहा कि फिजिकल वेरिफिकेशन कराने के बाद अगर परमल की जगह बासमती निकलती है या अगर मात्रा कम निकलती है तो ऐसे राइस मिलर्स के खिलाफ जांच की जाएगी और विभाग की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

‘धान का हर एक दाना खरीदा गया’
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विपक्षी पार्टियों की ओर से विधानसभा में सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद कैबिनेट में इस पर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि सरकार ने 14 नवंबर तक धान का आखिरी दाना तक खरीदा है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने दूसरे राज्यों से आने वाली परमल को भी हरियाणा में घुसने नहीं दिया. इतने बड़े स्तर पर धान की मात्रा को स्टोर करना सरकार की जिम्मेदारी है. इसके लिए स्टोर की वेरिफिकेशन होना बेहद जरूरी है.

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बता दें कि विपक्ष की तरफ से सरकार पर धान की खरीद न होने के आरोप लगाए गए थे और अब आरोप लग रहे हैं कि कुछ राइस मीलर्स गलत तरीके से बाहरी राज्यों से धान खरीदकर बेच रहे हैं. जिसके बाद अब सरकार की ओर से राइस मीलर्स का फिजिकल वेरिफिकेशन कराई जा रही है.

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एंकर -
हरियाण में धान खरीद में उठ रहे सवालों के बाद सरकार की तरफ से राइस मिलर्स की फिजिकल वेरिफिक्शन करवाई जा रही है । फिजिकल वेरिफिकेशन में परमल की जगह बासमती या अगर परमल की जगह बासमती निकलती है या क्वान्टिटी स्टॉक के अनुसार कम निकलती है तो विभागीय कार्यवाही की जाएगी । हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कैबिनेट ने निर्णय लिया है क्योंकि विपक्ष की तरफ से सवाल खड़े किए जा रहे थे कि जानबूझकर वेरिफिकेशन नही करवा रहे । हरियाणा में एस्टिमेशन से साढ़े 8 लाख मीट्रिक टन धान आने पर सवालिया निशान है । इस एक्सेस से किसान का नही बल्कि सरकार के रेवेन्यु का नुकसान है , किसान का एक - एक दाना 1850 क्विंटल के हिसाब से हमने खरीद की है । जो भी राइस मिलर्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट है उसका ये हिस्सा है कि हम उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन करवा सकते है । Body:
हरियाणा में एस्टिमेशन से साढ़े 8 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा की धान आना अपने आप मे सवालिया लग रहे है । हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि
विपक्षी पार्टियों के नेताओ ने विधानसभा में सवाल खड़े किए थे । कैबिनेट में हमने बात रखी थी क्योंकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष समेत कई विपक्षी नेताओं ने पेड़ी खरीद न होने की बात कही थी । सरकार ने 14 नवम्बर तक आखिरी दाना तक खरीद की है । दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमे जनकरी मिली कि दूसरे राज्यो से भी परमल हरियाणा में आ रही है , उसको भी हमने रोड रोके और प्रवधान किये । इतने बड़े स्तर पर धान की क्वान्टिटी को स्टोर करना , क्योंकि वो सरकार की प्रॉपर्टी है उस स्टोरेज को वेरिफाई करना हमारी जिम्मेवारी है ।
जो भी राइस मिलर्स के साथ कॉन्ट्रेक्ट है उसका ये हिस्सा है कि हम उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन करवा सकते है । कैबिनेट ने निर्णय लिया है क्योंकि विपक्ष की तरफ से सवाल खड़े किए जा रहे थे कि जानबूझकर वेरिफिकेशन नही करवा रहे । इस एक्सेस से किसान का नही बल्कि सरकार के रेवेन्यु का नुकसान है किसान का एक एक दाना 1850 क्विंटल के हिसाब से हमने खरीद की है । फिजिकल वेरिफिकेशन करवा रहे है अगर परमल की जगह बासमती निकलती है या क्वान्टिटी कम निकलती है तो इन्क्वारी ओर जी अगला कदम भी विभाग की तरफ से एक्शन भी लिया जाएगा । हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यत चौटाला ने कहा कि इस बार हरियाणा में 63.5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद हुई है जोकि पिछली बार 55 लाख मीट्रिक टन खरीद हुई थी ।
हरियाणा सरकार एफसीआई हैफेड समेत अलग अलग सेंटर और स्टेट एजेंसियों के लिए प्रक्योर करवाती है और कॉन्ट्रेक्ट पर प्राइवेट मिलर्स के पास स्टोरेज करवाते है जिसके वो कस्टोडियल होते है । हालांकि फिजिकल वेरिफिकेशन करवाई जा रही है जिसमे अनियमितता पाए जाने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी ।
बाइट - दुष्यंत चौटाला , उपमुख्यमंत्री हरियाणाConclusion:गौरतलब है कि विपक्ष की तरफ से खरीद न होने के आरोप लगाए जाने के बाद अब कुछ राइस मिलो में गलत तरीके से बाहरी राज्यो से खरीद करने के आरोप लग रहे है जिसपर सरकार की तरफ से फिजिकल वेरिफिकेशन करवाई जा रही है जिसमे अनियमितता पाए जाने पर कार्यवाही करने का दावा किया जा रहा है । फिलहाल देखना होगा कब तक फिजिकल वेरिफिकेशन पूरी होती है ।

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