ETV Bharat / state

हरियाणा सरकार के मंत्रियों को आवंटित किए गए विभागों की नई लिस्ट जारी, मुख्यमंत्री के पास सीआईडी - गृह मंत्री अनिल विज के पास गृह समेत 7 विभाग

नई सूची में CID को मुख्यमंत्री के पास, निर्वाचन विभाग को कैबिनेट मंत्री मूलचन्द शर्मा के पास दिखाया गया है. उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला के पास 10 और गृह मंत्री अनिल विज के पास गृह समेत 7 विभाग हैं.

Haryana government released New list
Haryana government released New list
author img

By

Published : Feb 6, 2020, 5:29 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार के मंत्रियों को आवंटित किए गए विभागों की नई सूची जारी हो गई है. नई सूची में सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर के पास दिखाया गया है. मुख्यमंत्री के पास सीआईडी समेत कुल 15 विभाग हैं. नई सूची में निर्वाचन विभाग कैबिनेट मंत्री मूलचन्द शर्मा के पास दिखाया गया है. उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला के पास 10 और गृह मंत्री अनिल विज के पास गृह समेत 7 विभाग हैं.

जानें कब शुरू हुआ था विवाद
मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह मंत्रालय अनिल विज को दिया गया. अब गृहमंत्री अनिल विज लगातार बिजनेस ऑफ रूल्स का हवाला देकर सीआईडी को गृह विभाग के अधीन बताया, लेकिन सरकारी वेबसाइट पर सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. वहीं सीआईडी चीफ अनिल राव की ओर से अनिल विज को डेली ब्रिफिंग नहीं की जा रही थी. सीआईडी चीफ अनिल राव सीधा मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ब्रिफ कर कर रहे थे.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी

इसे अनुशासहीनता मानते हुए विज ने एडीजीपी को सीआईडी चीफ अनिल राव के खिलाफ चार्जशीट करने के आदेश दिए. अनिल विज ने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) विजय वर्धन को दिए लिखित आदेशों में कहा कि सीआईडी चीफ उन्हें इंटेलीजेंस की डेली ब्रीफिंग नहीं दे रहे हैं.

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इनपुट ना मिलने के कारण कभी कोई अशांति होती है तो उससे कैसे निपटा जा सकेगा. विज ने अनिल राव को सीआईडी चीफ के पद से हटाकर एडीजीपी श्रीकांत जाधव को लगाने को कहा. श्रीकांत जाधव पुलिस हेडक्वार्टर में एडीजी, मॉडर्नाइजेशन एंड वेलफेयर के पद पर कार्यरत हैं.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी

विज की मंजूरी के बिना आईपीएस के ट्रांसफर से पनपा विवाद
गृह मंत्री अनिल विज ने 11 दिसंबर को सीआईडी चीफ से चुनाव संबंधी रिपोर्ट मांगी. 25 दिसंबर को विज ने सीआईडी चीफ को रिमाइंडर भेजा. इसके बावजूद भी रिपोर्ट नहीं दी गई तो 31 दिसंबर को अनिल विज ने स्पष्टीकरण मांगा. शाम को सीआईडी चीफ ने सीलबंद लिफाफे में कुछ रिपोर्ट भेजी. रिपोर्ट देखने के बाद विज ने दोबारा लिखा कि ये वो रिपोर्ट नहीं है, जो मांगी गई थी.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी
कब-कब क्या हुआ?
  • गृह मंत्री अनिल विज ने सीआईडी चीफ को 3 दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा था, जो 20 दिन का वक्त गुजरने पर भी अनिल राव ने नहीं भेजा.
  • 28 दिसंबर को सीएम के आदेश बता तत्कालीन एसीएस होम ने 9 आईपीएस अफसरों के तबादले की लिस्ट विज की असहमति के बावजूद जारी कर दी. विज की आपत्ति के बाद भी लिस्ट वापस नहीं हुई.
  • विज के स्वास्थ्य विभाग में 447 डॉक्टरों की भर्ती को भी सीएमओ ने रोक दिया.

सीएम और गृहमंत्री के विरोधाभासी बयान
विज सीआईडी की कार्यप्रणाली को फिसड्‌डी बता इसमें सुधार के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित किया.
विज ने दावा किया कि सीआईडी गृह विभाग का हिस्सा है और ये उन्हीं के पास है. वहीं, सीएम ने कहा था कि पहले सीआईडी मुख्यमंत्री के पास ही रहा है. कुछ टेक्निकल इश्यू है, जिसे ठीक कर लिया जाएगा.

सीआईडी विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास रहेगा या फिर गृह मंत्री अनिल विज के? इस सवाल को लेकर लगातार बैठकों का दौर चला. केंद्रीय मंत्रियों से लगातार गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बैठक जारी रही. जिसके बाद मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्यपाल ने साआईडी को मुख्यमंत्री के पास होने की पुष्टी की. इसके बाद मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने लेटर जारी कर दो मंत्रियों के विभाग बदली होने की बात कही.

ये भी पढ़ें- CID पर आमने-सामने विज और सीएम,खुलकर बैटिंग कर रहे गृह मंत्री तो सवालों से कन्नी काट रहे सीएम

अब मंत्रियों के बदले हुए विभागों की नई लिस्ट जारी हुई है. नई लिस्ट में सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया है.

चंडीगढ़: हरियाणा सरकार के मंत्रियों को आवंटित किए गए विभागों की नई सूची जारी हो गई है. नई सूची में सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर के पास दिखाया गया है. मुख्यमंत्री के पास सीआईडी समेत कुल 15 विभाग हैं. नई सूची में निर्वाचन विभाग कैबिनेट मंत्री मूलचन्द शर्मा के पास दिखाया गया है. उपमुख्यमंत्री दुष्यन्त चौटाला के पास 10 और गृह मंत्री अनिल विज के पास गृह समेत 7 विभाग हैं.

जानें कब शुरू हुआ था विवाद
मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह मंत्रालय अनिल विज को दिया गया. अब गृहमंत्री अनिल विज लगातार बिजनेस ऑफ रूल्स का हवाला देकर सीआईडी को गृह विभाग के अधीन बताया, लेकिन सरकारी वेबसाइट पर सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया. वहीं सीआईडी चीफ अनिल राव की ओर से अनिल विज को डेली ब्रिफिंग नहीं की जा रही थी. सीआईडी चीफ अनिल राव सीधा मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ब्रिफ कर कर रहे थे.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी

इसे अनुशासहीनता मानते हुए विज ने एडीजीपी को सीआईडी चीफ अनिल राव के खिलाफ चार्जशीट करने के आदेश दिए. अनिल विज ने गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) विजय वर्धन को दिए लिखित आदेशों में कहा कि सीआईडी चीफ उन्हें इंटेलीजेंस की डेली ब्रीफिंग नहीं दे रहे हैं.

गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इनपुट ना मिलने के कारण कभी कोई अशांति होती है तो उससे कैसे निपटा जा सकेगा. विज ने अनिल राव को सीआईडी चीफ के पद से हटाकर एडीजीपी श्रीकांत जाधव को लगाने को कहा. श्रीकांत जाधव पुलिस हेडक्वार्टर में एडीजी, मॉडर्नाइजेशन एंड वेलफेयर के पद पर कार्यरत हैं.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी

विज की मंजूरी के बिना आईपीएस के ट्रांसफर से पनपा विवाद
गृह मंत्री अनिल विज ने 11 दिसंबर को सीआईडी चीफ से चुनाव संबंधी रिपोर्ट मांगी. 25 दिसंबर को विज ने सीआईडी चीफ को रिमाइंडर भेजा. इसके बावजूद भी रिपोर्ट नहीं दी गई तो 31 दिसंबर को अनिल विज ने स्पष्टीकरण मांगा. शाम को सीआईडी चीफ ने सीलबंद लिफाफे में कुछ रिपोर्ट भेजी. रिपोर्ट देखने के बाद विज ने दोबारा लिखा कि ये वो रिपोर्ट नहीं है, जो मांगी गई थी.

Haryana government released New list
सरकार की तरफ से जारी किए गए पत्र की कॉपी
कब-कब क्या हुआ?
  • गृह मंत्री अनिल विज ने सीआईडी चीफ को 3 दिन में स्पष्टीकरण देने को कहा था, जो 20 दिन का वक्त गुजरने पर भी अनिल राव ने नहीं भेजा.
  • 28 दिसंबर को सीएम के आदेश बता तत्कालीन एसीएस होम ने 9 आईपीएस अफसरों के तबादले की लिस्ट विज की असहमति के बावजूद जारी कर दी. विज की आपत्ति के बाद भी लिस्ट वापस नहीं हुई.
  • विज के स्वास्थ्य विभाग में 447 डॉक्टरों की भर्ती को भी सीएमओ ने रोक दिया.

सीएम और गृहमंत्री के विरोधाभासी बयान
विज सीआईडी की कार्यप्रणाली को फिसड्‌डी बता इसमें सुधार के लिए 3 सदस्यीय कमेटी गठित किया.
विज ने दावा किया कि सीआईडी गृह विभाग का हिस्सा है और ये उन्हीं के पास है. वहीं, सीएम ने कहा था कि पहले सीआईडी मुख्यमंत्री के पास ही रहा है. कुछ टेक्निकल इश्यू है, जिसे ठीक कर लिया जाएगा.

सीआईडी विभाग मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास रहेगा या फिर गृह मंत्री अनिल विज के? इस सवाल को लेकर लगातार बैठकों का दौर चला. केंद्रीय मंत्रियों से लगातार गृहमंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की बैठक जारी रही. जिसके बाद मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्यपाल ने साआईडी को मुख्यमंत्री के पास होने की पुष्टी की. इसके बाद मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने लेटर जारी कर दो मंत्रियों के विभाग बदली होने की बात कही.

ये भी पढ़ें- CID पर आमने-सामने विज और सीएम,खुलकर बैटिंग कर रहे गृह मंत्री तो सवालों से कन्नी काट रहे सीएम

अब मंत्रियों के बदले हुए विभागों की नई लिस्ट जारी हुई है. नई लिस्ट में सीआईडी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के पास दिखाया गया है.

Intro:सूरजकुंड मेले को 1987 में इस सोच के साथ शुरू किया गया था कि जो हस्तशिल्पी है उनको एक प्लेटफार्म मिलेगा लेकिन अब सूरजकुंड मेला अश्लीलता की भेंट चढ़ता जा रहा है। सूरजकुंड मेले में जहां हस्तशिल्पी यों की दुकानें खाली पड़ी है वही। धीरे लगाकर अश्लील गाने लोगों को परोसे जा रहे हैं।Body:विश्व में विख्यात अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला। 34 विभाग फरीदाबाद के सूरजकुंड में लग रहा है और यह मिला पूरे विश्व में मशहूर है हस्तशिल्पी यों की कलाकारी के लिए लेकिन अब इस मेले में दूसरे प्रकार की कलाकारी अपने पैर जमा रही है। इस मेले में डीजे लगाकर जहां अभद्र गाने चलाए जा रहे हैं। वहीं अभद्र डांस भी किया जा रहा है। इस मेले की पहचान हस्तशिल्पी है जिनके नाम पर यह मेला लगाया जाता है कहीं ना कहीं उनकी साख पर बट्टा लगता नजर आ रहा है। क्योंकि एक तरफ जहां हस्तियों की दुकानें खाली पड़ी है वही। डीजे लगाकर इस तरह का अश्लील गाने बजाकर अभद्र ना किया जा रहा है जो कि कहीं ना कहीं यह सवाल खड़ा करता है कि हस्तशिल्प कला के नाम पर शुरू किया गया है। मेला इस तरफ क्यों बढ़ रहा है?Conclusion:हस्तशिल्पी हूं कि कला के ऊपर लगने वाले मेले में परोसी जा रही है अभद्र कला।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.