चंडीगढ़ में शुक्रवार को हरियाणा के बिजली मंत्री रंजीत सिंह चौटाला की अध्यक्षता में बैठक हुई. इस बैठक में बिजली विभाग के तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे. वहीं, बैठक में खासतौर पर स्मार्ट मीटर कंपनियों के प्रतिनिधि भी पहुंचे थे. जो प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने के लिए आगे आ रहे हैं. मीटिंग के बाद मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के बिजली मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने कहा कि स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट को लेकर बैठक में चर्चा की गई है.
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बिजली मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने बताया कि प्रतिनिधियों ने उनको बताया कि कहां-कहां उन्होंने काम किया है और इनका किस तरीके का परफॉर्मेंस रहा है. वह सभी जानकारियां साझा की. उन्होंने कहा कि विभाग इनके द्वारा पेश की गई अपनी-अपनी रिपोर्ट को एग्जामिन करेगा. जिसके बाद सरकार उस पर फैसला लेगी. इसके अलावा उन्होंने बताया कि हरियाणा में अभी तक 10 लाख स्मार्ट मीटर लग चुके हैं. अभी गुरुग्राम, पानीपत, फरीदाबाद व पंचकूला में लगाए हैं. इसके बाद अब हरियाणा सरकार की पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है. उन्होंने कहा कि अभी तक इसका बहुत अच्छा फीडबैक मिला है.
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यमुनानगर में पावर प्लांट को लेकर भी चर्चाएं तेज हो रही है. जिसमें लगातार ये कहा जा रहा है कि यमुनानगर का पावर प्लांट झारखंड में शिफ्ट हो रहा है. इस संबंध में बात करते हुए बिजली मंत्री ने कहा कि यमुनानगर से 800 मेगावाट का पावर प्लांट झारखंड शिफ्ट नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि एक बैठक थी, जिसमें हमारे भी अधिकारी शामिल हुए थे. पानीपत की 2 पावर यूनिट बंद होने जा रही हैं. जो 800 मेगावाट की हैं. नया प्लांट यमुनानगर में लगाने जा रहा है.
कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि हमने सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी को अपना केस दे दिया है. उनकी रिपोर्ट के मुताबिक जैसा केंद्र सरकार हमें आदेश देगी, वैसा होगा. इस मामले में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा सवाल उठाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि हर एक योजना की कुछ वित्तीय स्थितियों को भी देखा जाता है. इसलिए कोई भी सड़क पर सवाल उठा ले तो हर बात का जवाब नहीं दिया जा सकता.
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