ETV Bharat / state

31 जुलाई से पहले मिलेगा हरियाणा को नया डीजीपी, जानें दौड़ में सबसे आगे कौन - मनोज यादव हरियाणा डीजीपी

हरियाणा को 31 जुलाई से पहले नया डीजीपी (Haryana DGP appointment) मिलना है. आज शाम को यूपीएससी की बैठक होगी. जिसके बाद डीजीपी नाम पर मुहर लग सकती है.

Haryana DGP appointment
Haryana DGP appointment
author img

By

Published : Jul 26, 2021, 10:54 AM IST

चंडीगढ़: हरियाणा को 31 जुलाई से पहले नया डीजीपी (Haryana DGP appointment) मिलना है. इनमें से 4 नामों में सीधी-सीधी टक्कर हो रही है. इन चार नामों में 1990 बैच के शत्रु जीत कपूर सबसे आगे दौड़ में हैं. माना जा रहा है कि उनके नाम पर सरकार फाइनल मुहर लगा सकती है. इसके साथ ही 1989 बैच के मोहम्मद अकील, 1989 बैच के आरसी मिश्रा, 1988 बैच के आईपीइस पीके अग्रवाल.

इन सब में पीके अग्रवाल सीनियर हैं, लेकिन हरियाणा का डीजीपी कौन बनेगा. इसका ऐलान होना अभी बाकी है. हरियाणा के वर्तमान डीजीपी मनोज यादव अब केंद्र में अपनी सेवाएं देंगे. आईबी में जाने को लेकर उन्होंने सरकार से गुजारिश भी की थी. सरकार ने उनकी बात मान भी ली है. हरियाणा के वर्तमान डीजीपी मनोज यादव को 30 जुलाई को रिलीज किया जाएगा. ऐसे में 31 जुलाई से पहले हरियाणा के नए डीजीपी के नाम का ऐलान होना स्वभाविक है.

मौजूदा पैनल में जिन अन्य अधिकारियों के नाम है. उनमें आईपीएस अधिकारी देशराज सिंह आलोक राय एसके जैन के नाम भी शामिल हैं. हालांकि अभी कहा नहीं जा सकता कि यूपीएससी कहीं इन्हीं में से किसी नाम को तरजीह दे, लेकिन अभी जो अधिकारी दौड़ में हैं, उनमें चार अधिकारी प्रमुख हैं जो हरियाणा के डीजीपी पद के लिए अपना दावा मजबूती से पेश कर रहे हैं. आज शाम को यूपीएससी की बैठक होगी. जिसके बाद डीजीपी नाम पर मुहर लग सकती है.

इस दौड़ में 1990 बैच के शत्रु जीत कपूर इस वक्त सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं. वो हरियाणा में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उनकी गिनती सरकार के करीबी अधिकारियों में से होती है. बड़ी बात ये है कि एडीजीपी सीआईडी के तौर पर वो मनोहर लाल सरकार के पहले कार्यकाल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. बिजली निगमों को घाटे से उबारने में उनकी अहम भूमिका रही है. इस वक्त शत्रुजीत कपूर डीजी जेल और परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं

मोहम्मद अकील का नाम भी इस दौड़ में चल रहा है. मोहम्मद की काफी लंबे वक्त से हरियाणा में एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर रहे हैं. वर्तमान में डीजी क्राइम और एससीआरबी के डीजी हैं. अच्छी बात ये है कि वर्तमान सरकार के साथ उनके संबंध अच्छे हैं. उन्होंने एसपी रहते हुए कई जिलों में बहुत ही अच्छा काम किया है. बड़ी बात ये है कि वो क्राइम से जुड़े किसी भी तरह के मामलों को सुलझाने में भी तेज हैं.

पीके अग्रवाल इन सब में वरिष्ठ हैं. माना जाता है कि वे किसी भी तरह की लॉबिंग के चक्कर में नहीं पड़ते हैं. पीके अग्रवाल डीजी क्राइम और डीजी विजिलेंस जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अभी उनके पास डीजी विजिलेंस कहां पदभार है. अच्छी बात ये है कि उनको लेकर किसी भी तरह का कभी कोई विवाद नहीं रहा है

ये भी पढें- क्या इन कारणों से हरियाणा छोड़कर दिल्ली जाना चाहते हैं DGP मनोज यादव?

आरसी मिश्रा धार्मिक विचारों के व्यक्ति हैं और संघ की विचारधारा से भी प्रभावित है. बड़ी बात ये है कि उनका सेवाकाल भी बिना किसी विवाद के रहा है. माना जाता है कि संघ के अंदर भी उनकी पकड़ अच्छी है. हालांकि अपनी सेवाओं के दौरान वे सिर्फ अपने कार्य से जुड़े रहते हैं और किसी भी तरह के विवादों से बचते हैं. मिश्रा भी कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं और वर्तमान में भी पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी हैं.

चंडीगढ़: हरियाणा को 31 जुलाई से पहले नया डीजीपी (Haryana DGP appointment) मिलना है. इनमें से 4 नामों में सीधी-सीधी टक्कर हो रही है. इन चार नामों में 1990 बैच के शत्रु जीत कपूर सबसे आगे दौड़ में हैं. माना जा रहा है कि उनके नाम पर सरकार फाइनल मुहर लगा सकती है. इसके साथ ही 1989 बैच के मोहम्मद अकील, 1989 बैच के आरसी मिश्रा, 1988 बैच के आईपीइस पीके अग्रवाल.

इन सब में पीके अग्रवाल सीनियर हैं, लेकिन हरियाणा का डीजीपी कौन बनेगा. इसका ऐलान होना अभी बाकी है. हरियाणा के वर्तमान डीजीपी मनोज यादव अब केंद्र में अपनी सेवाएं देंगे. आईबी में जाने को लेकर उन्होंने सरकार से गुजारिश भी की थी. सरकार ने उनकी बात मान भी ली है. हरियाणा के वर्तमान डीजीपी मनोज यादव को 30 जुलाई को रिलीज किया जाएगा. ऐसे में 31 जुलाई से पहले हरियाणा के नए डीजीपी के नाम का ऐलान होना स्वभाविक है.

मौजूदा पैनल में जिन अन्य अधिकारियों के नाम है. उनमें आईपीएस अधिकारी देशराज सिंह आलोक राय एसके जैन के नाम भी शामिल हैं. हालांकि अभी कहा नहीं जा सकता कि यूपीएससी कहीं इन्हीं में से किसी नाम को तरजीह दे, लेकिन अभी जो अधिकारी दौड़ में हैं, उनमें चार अधिकारी प्रमुख हैं जो हरियाणा के डीजीपी पद के लिए अपना दावा मजबूती से पेश कर रहे हैं. आज शाम को यूपीएससी की बैठक होगी. जिसके बाद डीजीपी नाम पर मुहर लग सकती है.

इस दौड़ में 1990 बैच के शत्रु जीत कपूर इस वक्त सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं. वो हरियाणा में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उनकी गिनती सरकार के करीबी अधिकारियों में से होती है. बड़ी बात ये है कि एडीजीपी सीआईडी के तौर पर वो मनोहर लाल सरकार के पहले कार्यकाल में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. बिजली निगमों को घाटे से उबारने में उनकी अहम भूमिका रही है. इस वक्त शत्रुजीत कपूर डीजी जेल और परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं

मोहम्मद अकील का नाम भी इस दौड़ में चल रहा है. मोहम्मद की काफी लंबे वक्त से हरियाणा में एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर रहे हैं. वर्तमान में डीजी क्राइम और एससीआरबी के डीजी हैं. अच्छी बात ये है कि वर्तमान सरकार के साथ उनके संबंध अच्छे हैं. उन्होंने एसपी रहते हुए कई जिलों में बहुत ही अच्छा काम किया है. बड़ी बात ये है कि वो क्राइम से जुड़े किसी भी तरह के मामलों को सुलझाने में भी तेज हैं.

पीके अग्रवाल इन सब में वरिष्ठ हैं. माना जाता है कि वे किसी भी तरह की लॉबिंग के चक्कर में नहीं पड़ते हैं. पीके अग्रवाल डीजी क्राइम और डीजी विजिलेंस जैसे कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. अभी उनके पास डीजी विजिलेंस कहां पदभार है. अच्छी बात ये है कि उनको लेकर किसी भी तरह का कभी कोई विवाद नहीं रहा है

ये भी पढें- क्या इन कारणों से हरियाणा छोड़कर दिल्ली जाना चाहते हैं DGP मनोज यादव?

आरसी मिश्रा धार्मिक विचारों के व्यक्ति हैं और संघ की विचारधारा से भी प्रभावित है. बड़ी बात ये है कि उनका सेवाकाल भी बिना किसी विवाद के रहा है. माना जाता है कि संघ के अंदर भी उनकी पकड़ अच्छी है. हालांकि अपनी सेवाओं के दौरान वे सिर्फ अपने कार्य से जुड़े रहते हैं और किसी भी तरह के विवादों से बचते हैं. मिश्रा भी कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं और वर्तमान में भी पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के एमडी हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.