चंडीगढ़: हरियाणा में कोरोना की दूसरी लहर (Haryana Corona Second Wave) से मचे तांडव के बाद अब कुछ राहत भरे हालात नजर आ रहे हैं. डेढ़ महीने पहले प्रदेश में जो दुर्दशा थी उसे शायद शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है, लेकिन प्रदेश में लगे लॉकडाउन के बाद हालात सुधरने लगे हैं. जहां रोजाना 16-17 हजार संक्रमण के मामले सामने आते थे, अब रोजाना 200-300 नए मामले ही सामने आ रहे हैं.
साल की शुरूआत में हरियाणा में कोरोना की पहली लहर खत्म हो चुकी थी. हरियाणा में रोजाना मिल रहे संक्रमण के मामले भी लगातार गिर रहे थे. ऐसे में सरकार की तरफ से भी ढील दी गई. शॉपिंग मॉल और रेस्तरां में लोगों की भीड़ लग रही थी, शायद यहीं गलती हुई और मार्च आते-आते कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी.
लापरवाही ने पूरा खेल बिगाड़ा
हालांकि ये शोध का विषय है कि कोरोना की दूसरी लहर का हरियाणा में इतना असर कैसे हुआ, लेकिन सरकार की तरफ से रोजाना जारी कोरोना आंकड़ों से कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते कदम साफ देखे जा सकते हैं. मार्च के दूसरे हफ्ते में कोरोना ने प्रदेश में कोहराम मचाना शुरू किया. जहां औसतन 200 मामले रोजाना सामने आते थे, 20 मार्च के बाद रोजाना एक हजार पार होने लगे. वहीं रिकवरी रेट भी लुढ़कने लगी.
ये पढ़ें- जानिए कोरोना की तीसरी लहर से पहले बच्चों के लिए क्यों है जरूरी
अप्रैल में कोरोना हुआ काबू से बाहर
कोरोना की वजह से अप्रैल का महीना 'येलो अलर्ट' की तरह था. प्रदेश में कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे थे. हर पांचवें दिन मामले डबल होने लगे, फिर भी बाजारों में लोगों की लापरवाही नहीं कम हुई. हालांकि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क और सोशल डिस्टेंस अनिवार्य था, लेकिन सिर्फ औपचारिकता भर के लिए नियम थे. कोरोना की गति अप्रैल आखिरी हफ्ते में बुलेट की रफ्तार से बढ़ी. एक अप्रैल को जहां 24 घंटे में 1609 नए मामले सामने आए थे, वहीं 30 अप्रैल को ये आंकड़ा 13833 तक पहुंच गया.
जब कोरोना ने मचाया था कोहराम
अप्रैल का आखिरी हफ्ता और मई का पहले दो हफ्ते हरियाणा के लिए बेहद भयानक साबित हुए. इस दौरान हरियाणा में हजारों लोग संक्रमित हुए. ऑक्सीजन की कमी (Haryana Oxygen Shortage) से लोगों की अस्पतालों में मौत की खबर सामने आईं. सरकार को अस्थाई अस्पताल बनाने पड़े और आखिरकार 3 मई को लॉकडाउन लगाना पड़ा. लॉकडाउन लगाने के बाद हरियाणा में हालात सुधरे और मई के आखिरी हफ्ते तक रोजाना नए केस एक हजार तक पहुंच गए.
ये पढ़ें- सावधान...बहरा कर सकता है कोरोना का ये नया स्ट्रेन, मरीज इस जानलेवा बीमारी के भी हो रहे शिकार
जून में मिली अच्छी खबरें
जून के महीने में हरियाणा में लॉकडाउन तो हटा दिया गया, लेकिन सख्त पाबंदियां जारी है. कोरोना की सेकेंड वेव डाउन हो रही है. पिछले एक हफ्ते से प्रदेश में रोजाना मिलने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या औसतन 300 से 350 तक पहुंच गई है. वहीं रिकवरी रेट भी लगातार सुधर रहा है.
टीकाकरण से मिलेगी मजबूती!
81 से अधिक आयु वर्ग का टीका करण (18+ Vaccination) को मंजूरी मिलने के बाद पिछले दो महीने में बड़ी आबादी ने कोरोना वैक्सीनेशन करवाया है. हरियाणा अबतक 71,49,927 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगी है. जिनमें से 60,31,097 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगी है. वहीं 11,18,830 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज भी लग गई है. ऐसे में अब उम्मीद है कि हरियाणा में आने वाले दिन अच्छे होंगे और कोरोना संक्रमण का वो दौर दोबारा नहीं देखने को मिलेगा.
ये पढ़ें- कुंभ मेले में कथित कोरोना फर्जी टेस्ट रिपोर्ट मामला: हिसार की इस निजी लैब के खिलाफ मामला दर्ज