चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारी के तहत 15 जनवरी से घर-घर कांग्रेस अभियान शुरू कर रही है. जिसकी रूपरेखा पार्टी ने चंडीगढ़ में बैठक कर तैयार की है, लेकिन इस बैठक से एसआरके यानि रणदीप सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौधरी अच्छा ने दूरियां बनाए रखी. इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर ईटीवी भारत ने कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान से खास बातचीत की.
सवाल: 15 जनवरी से कांग्रेस पार्टी घर-घर कांग्रेस अभियान शुरू कर रही है, इसकी रूपरेखा क्या रहने वाली है?
जवाब: घर-घर कांग्रेस, हर घर कांग्रेस अभियान हमारी पार्टी चल रही है इसको लेकर हमारी पार्टी की जनरल हाउस की बैठक हुई. जिसमें पार्टी के तमाम नेता मौजूद रहे. 15 जनवरी से हम युवा कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं. मैं खुद नारनौल में मौजूद रहूंगा, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा में रहेंगे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा रोहतक से इसकी शुरुआत करेंगे. हमारे इस कार्यक्रम का लक्ष्य घर-घर तक कांग्रेस पार्टी के पॉलिसी और प्रोग्राम को पहुंचाना है. इसके तहत हम हर बूथ पर 21 से 31 सदस्यों की कमेटी बनाएंगे.
जनता को बताएंगे वर्तमान सरकार की हकीकत- उदयभान: एक बूथ इंचार्ज होगा इसके साथ ही सोशल मीडिया कोबी एक्टिवेट किया जाएगा. हमारी जिम्मेदारी होगी कि जो वोट नहीं बन पाई है, वह बनवाई जाए. इसके साथ ही बोगस वोट जिसको बनाने में बीजेपी माहिर है. अगर बूथ में बोगस वोट बनी है तो उसको कटवाने का काम करें. सोशल मीडिया के जरिए जो हमारे डिस्ट्रिक्ट इंचार्ज और ब्लॉक इंचार्ज के साथ वॉर रूम तक जो दिल्ली और चंडीगढ़ में बनाए गए हैं उनसे संपर्क में रहे. इसके साथ ही हम एक तरफ पूर्व की भूपेंद्र हुड्डा की सरकार और वर्तमान सरकार की तुलना को लेकर भी मुहिम चलाएंगे, जिसमें इन दोनों सरकारों के कार्यों की तुलना की जाएगी. उसमें हम हुड्डा सरकार के वक्त किए गए कार्यों का लेखा-जोखा लोगों के सामने रखेंगे. उसमें चाहे फिर मेट्रो रेल की बात हो, रेल की बात हो, बिजली के कारखाने की बात हो, या फिर यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज खोलने की बात को वह सब बताई जाएगी. फिर चाहे छात्रों के लिए किए गए काम की बात हो.
कर्ज के जाल में फंसा प्रदेश- उदयभान: वर्तमान सरकार के कामकाज को भी जनता के सामने रखा जाएगा. प्रदेश में 70,000 करोड़ से आज कर्ज 4 लाख करोड़ को पार पहुंच गया है. वहीं, विकास का कोई भी काम इस सरकार में नहीं हुआ है. हम जनता को बताएंगे कि प्रदेश को कर्ज के जाल में इस सरकार में कैसे फंसाया. इस सरकार में जो घोटाले हुए हैं माइनिंग घोटाला, धान घोटाला, रजिस्ट्री घोटाला और शराब घोटाले के साथ कितनी घोटाले हुए हैं. वहीं, हम सवाल करेंगे कि आखिर हरियाणा क्यों बेरोजगारी में नंबर वन बन गया है.
'पहचान पत्र से लोग परेशान': प्रदेश में 33 बार प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए. परिवार पहचान पत्र की वजह से जो लोगों को परेशानी हुई उसका भी जवाब लिया जाएगा. बीपीएल कार्ड काटे गए, बुजुर्गों की पेंशन कटी. जबकि सरकार ने भी परिवार पहचान पत्र में गड़बड़ी की बात को स्वीकार किया है. इसके साथ ही स्वस्थ और शिक्षा की जो बदतर हालत हुई है, उसे जनता के सामने रखा जाएगा. इसके साथ ही हम जनता को हमारी सरकार आने के बाद हम क्या करेंगे, उसके बारे में भी जानकारी देंगे.
सवाल: भले ही पार्टी यह सब रणनीति बना रही हो, लेकिन एसआरके गुट के नेता बैठक में शामिल नहीं हुए, पार्टी आखिर इसका संज्ञान क्यों नहीं ले रही है?
जवाब: नहीं, ऐसा नहीं है जरूरी नहीं है कि सभी नेता बैठक में शामिल हो. प्रदेश प्रभारी बैठक में आए थ, और अन्य नेता भी मौजूद थे, जिनके पास समय था वह आए. जिन्हें वक्त नहीं मिला वह नहीं आए. जिनकी आप बात कर रहे हैं, अगर वह पार्टी विरोधी बयान देंगे तो पार्टी इसका संज्ञान लेगी. जहां तक हमारा काम है वह हम अपने ढंग से कर रहे हैं.
सवाल: कुमारी सैलजा 17 जनवरी से अपना कार्यक्रम शुरू कर रही हैं. प्रभारी कहते हैं कि हाई कमान से चर्चा करेंगे. यह सारी बातें जो चल रही है, क्या लगता है कि कहीं न कहीं कम्युनिकेशन गैप है?
जवाब: देखिए इस बारे में जो अधिकृत हैं, वह हमारे प्रभारी हैं. प्रभारी अपना बयान दे चुके हैं, जो उनका बयान है वही मेरा भी बयान है. वहीं, जो अधिकृत कार्यक्रम हैं वह पीसीसी के जरिए हैं. फिर भी कोई कार्यक्रम करता है और पार्टी की विचारधारा को अपने ढंग से जनता के बीच पहुंचता है तो इससे हमें कोई गुरेज नहीं है. अभी पार्टी की बात कर रहे हैं विरोध की कोई बात नहीं कर रहे हैं और पार्टी को कोई नुकसान नहीं कर रहे.
सवाल: एसआरके गुट ने बीते दिनों कुछ लोगों को पार्टी में शामिल किया है. पार्टी में नेताओं को शामिल करने का अधिकार किसके पास है?
जवाब: इसके बारे में भी हमारे प्रदेश प्रभारी ने बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है, जो भी पार्टी में आएगा वह पीसीसी प्रेसिडेंट और सीएलपी के जरिए ही शामिल होगा. या फिर जो पार्टी प्रभारी हैं, उनके जरिए ही शामिल किया जाएगा. यही तीनों किसी को पार्टी में शामिल करने के लिए अधिकृत होते हैं.
सवाल: तो क्या यह माना जाए जिन लोगों को उन्होंने शामिल किया उनकी लिस्ट आपके पास नहीं है?
जवाब: मेरे पास किसी की भी लिस्ट नहीं है.
सवाल: आम आदमी पार्टी के साथ इंडिया गठबंधन की सीटों की शेयरिंग की बात चल रही है वे सुनने में आ रहा है तीन सीट मांग रहे हैं. अभी इसको लेकर क्या स्थिति है?
जवाब: मुझे इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है. कौन कितनी सीट मांग रहा है, लेकिन हमारे कांग्रेस नेतृत्व ने जो पांच मेंबर की कमेटी बना रखी है. वह इस मुद्दे पर पूरी तरह से चर्चा कर रहे हैं. जहां जिसे हक होगा वह होगा. मैं एक बात कह रहा हूं कि जो भी हरियाणा में उम्मीदवार होगा, वह इंडिया गठबंधन का होगा. सारे मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
सवाल: चर्चा यह है कि सीट शेयरिंग पिछले चुनाव के परफॉर्मेंस के आधार पर होगी, तो ऐसे में आम आदमी पार्टी का क्या कोई क्लेम बनेगा?
जवाब: अगर उनका कोई क्लेम होगा तो वह बताएंगे.
सवाल: आम आदमी पार्टी नेता अशोक तंवर के आप छोड़ने की चर्चा हो रही है और चर्चा यहां है कि वह बीजेपी में शामिल होंगे इस पर आप कुछ कहेंगे?
जवाब: इसके बारे में मैं क्या कह सकता हूं. हो सकता है उनका वहां मन ना लग रहा हो. दूसरा घर तलाश कर रहे हों. कांग्रेस को छोड़कर वे टीएमसी में गए, टीएमसी छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए. अब अगला ठिकाना ढूंढ रहे होंगे, कोई सीट चाहिए होगी विधानसभा के या लोकसभा की. जहां कोई जगह मिल जाए उसे तलाश रहे होंगे. उसमें मैं क्या कह सकता हूं.
सवाल: चर्चा तो यह भी है कि आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं?
जवाब: यह आपके संज्ञान में होगा, मेरे से जब चर्चा होगी तो हम उसकी बात करेंगे.
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