चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस की शीतकालीन सत्र के ठीक एक दिन पहले विधायक दल की बैठक हुई. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है. इस बैठक में विपक्ष ने तमाम ज्वलंत मुद्दों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उनकी पार्टी जहरीली शराब से हुई मौत के मामले के साथ-साथ बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, स्कूलों में हुए बच्चों के यौन शोषण के मामले और खनन घोटाले का मुद्दा भी उठाएगी.
विपक्ष ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति: वहीं, प्रदेश के अस्पतालों में स्टाफ की कमी के मुद्दे के अलावा प्रदेश सरकार में हुए घोटाले को लेकर भी विपक्ष सरकार पर हमलावर रहने वाला है. विपक्ष ने किसानों के पेंडिंग मुआवजे, शिक्षा के गिरते स्तर, पंचायती जमीन, बढ़ते प्रदूषण, गुरुग्राम में प्रदूषित सिंचाई जल सप्लाई और खेल नीति से खिलवाड़ जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए स्थगन और ध्यानाकर्षक प्रस्ताव दिए हैं.
इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगी कांग्रेस: हुड्डा ने बताया कि भर्तियों के पेपर लीक, CET, वेटरनरी सर्जन भर्ती घोटाले, अधूरी पड़ी भर्तियों को पूरा करने, कौशल रोजगार निगम की कच्ची भर्तियों में धांधली, आरक्षण की अनदेखी, फसलों का मुआवजा, धान व अन्य फसलों की एमएसपी पर खरीद ना होना, खाद और बीज की कमी के मुद्दे पर भी सरकार से सवाल किए जाएंगे. हुड्डा ने कहा कि विपक्ष पूरी जिम्मेदारी के साथ जोर-शोर के साथ जनता से जुड़े मुद्दों को सदन में उठाएगा.
हुड्डा ने दोहराई सत्र अवधि बढ़ाने की बात: बता दें कि गुरुवार को चंडीगढ़ में हुई हरियाणा बिजनेस कमेटी की बैठक में विधानसभा के शीतकालीन सत्र की अवधि को सर्वसम्मति से 3 दिन तक रखा गया है. जबकि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने सत्र की अवधि को बढ़ाने की मांग रखी थी. हुड्डा ने कहा कि सरकार ने सदन की अवधि को नहीं बढ़ाया. जबकि उन्होंने सत्र अवधि बढ़ाने की मांग की थी.
पक्ष ने भी की बैठक: आपको बता दें कि सत्ता पक्ष यानी भाजपा विधायक दल की बैठक भी हरियाणा निवास में हुई. जिसमें सत्ता पक्ष ने विपक्ष के सवालों के जवाब देने के लिए अपनी रणनीति तैयार की. वैसे भी सत्ता पक्ष जो कह रहा है कि विपक्ष का काम मुद्दे उठाना है और जवाब देना सरकार का काम है. सत्ता पक्ष भी जानता है कि विपक्ष उसको गिराने के लिए विभिन्न मुद्दों को सदन में उठाएगा. ऐसे में विपक्ष का किस तरीके से जवाब देना है, इसको लेकर सत्ता पक्ष ने अपनी रणनीति भी तैयार कर ली है.