चंडीगढ़: तब्लीगी जमातियों की वजह से डेंजर जॉन में आया हरियाणा अब धीरे-धीरे इससे बाहर निकल रहा है. राज्य में अभी तक जितने तब्लीगी जमातियों के कोरोना टेस्ट हुए, उनमें पॉजिटिव केस की संख्या उम्मीद से कहीं कम है, जो प्रदेश की जनता के लिए राहत देने वाली खबर है.
राज्य में चल रहे रेंडम (पब्लिक में से किसी एक का भी) टेस्ट लेने के नतीजे डराने वाले नहीं हैं. अभी तक जितनी भी टेस्ट रिपोर्ट आई हैं, उनके आधार पर हरियाणा दावा कर सकता है कि यहां कोरोना कम्युनिटी स्प्रेड (सामुदायिक फैलाव) की स्थिति में नहीं हैं.
हरियाणा ने जब राज्य में सिर्फ तीन या चार लैब थी तब 14 अप्रैल तक 6500 टेस्ट करने का निर्णय लिया गया था. अब प्रदेश में आठ सरकारी और प्राइवेट लैब काम कर रही हैं, जिनकी संख्या बढ़कर अगले एक सप्ताह में 12 तक हो जाएगी.
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राज्य में अभी तक 5210 टेस्ट हो चुके हैं, जिनमें से 3681 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 1345 टेस्ट की रिपोर्ट का अभी इंतजार है. राज्य में फिलहाल 182 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिनमें से 39 ठीक होकर अपने घरों को जा चुके और अब सिर्फ 143 पॉजिटिव केस बचे हैं.
1614 जमातियों में 1203 के हो चुके टेस्ट, 989 की रिपोर्ट नेगेटिव, 110 पॉजिटिव
राज्य में करीब 15 हजार लोग अंडर सर्विलांस हैं. तब्लीगी जमातियों की अगर बात करें तो यहां कोरोना पॉजिटिव का बड़ा कारण यह लोग ही बने हैं. प्रदेश में 1814 तब्लीगी जमाती पकड़े गए. इनमें से 1203 के टेस्ट हो चुके हैं, जबकि 411 जमातियों के टेस्ट होने अभी बाकी हैं. इन 1203 तब्लीगी जमातियों में 989 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि 110 केस पॉजिटिव हैं. 104 रिपोर्ट का अभी सरकार को इंतजार है.
राज्य में ठीक हो चुके 39 मरीज, टेस्ट की संख्या भी बढ़ी
प्रदेश में 30 मार्च तक सिर्फ 28 कोरोना पॉजिटिव केस थे, जिनकी संख्या 14 अप्रैल तक 143 हो गई है. इनमें से 110 जमातियों को अगर निकाल दिया जाए तो एक पखवाड़े में सिर्फ पांच केस बढ़े हैं, जो किसी भयावह स्थिति की ओर इशारा नहीं करते. गृह मंत्री अनिल विज के अनुसार सभी तब्लीगी जमातियों को रडार पर लिया जा चुका है और उनके टेस्ट हो रहे हैं. कुछ क्वारंटाइन में हैं तो कुछ का इलाज चल रहा है, इसलिए कम्युनिटी स्प्रेड की आशंका नहीं है,
हरियाणा कई मायनों में दूसरे राज्यों से अलग
हरियाणा में करीब आठ हजार टेस्ट करने की योजना है. पहले 261 कंटेनमेंट और बफर जॉन में टेस्ट चल रहे हैं. यहां सर्वे शुरू कर दिया गया है. गृह मंत्री अनिल विज के अनुसार हमारी कोशिश 20 अप्रैल के बाद लॉक डाउन की अवधि से बाहर आने की है. प्रधानमंत्री द्वारा बुधवार को जारी गाइड के बाद अब हरियाणा नई तैयारियों में जुट गया है.
टेस्ट की कोई सीमा नहीं रखी गई है, ये कितने भी कराए जा सकते हैं. चार प्राइवेट लैब को जल्द मंजूरी मिलने वाली है. हरियाणा में अभी तक ऐसा कोई केस नहीं आया, जिसमें खांसी-बुखार-जुकाम-छींक के लक्षण नहीं हैं और वह केस पाजिटिव मिला हो. ऐसी हिस्ट्री सिर्फ विदेशों या कुछ विशेष राज्यों की है. हरियाणा इससे अछूता है.
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