चंडीगढ़: केंद्र कैबिनेट (Center Cabinet Extension) के बाद हरियाणा में भी मंत्रिमंडल विस्तार (Haryana Cabinet Expansion) की चर्चाएं जोरों पर हैं. हाल ही के दिनों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल (Chief Minister Manohar Lal Haryana) और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दिल्ली में जाकर कई केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक कर चुके हैं. जिसके बाद हरियाणा मंत्रिमंडल में विस्तार की खबरों ने और जोर पकड़ लिया है.
राजनीतिक मामलों के जानकार और वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र धीमान ने ईटीवी भारत हरियाणा से बातचीत में कहा कि हरियाणा मंत्रिमंडल में इस समय दो पद खाली हैं. इसमें से एक मंत्री भारतीय जनता पार्टी और दूसरा जननायक जनता पार्टी का हो सकता है. लेकिन ये विस्तार कब होगा. ये चर्चा लंबे समय से चली भी आ रही हैं. इस बारे में बताना संभव नहीं है. हरियाणा मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं पहले भी कई बार चली हैं.
राजनीतिक विशेषज्ञ सुरेंद्र धीमान ने कहा कि उस वक्त भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल का दिल्ली आना-जाना लगा रहा, लेकिन हर बार मुख्यमंत्री इन बातों का खंडन करते नजर आए. वो कहते थे कि उनके दिल्ली जाने को मंत्रिमंडल के विस्तार के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए, लेकिन इस बार जब उनसे इस बारे में बात की गई तो उन्होंने इसका खंडन नहीं किया, बल्कि उन्होंने इसे रणनीति करार दिया.
वहीं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Deputy Chief Minister Dushyant Chautala) पहले ये कहते थे कि अगर बीजेपी अपना मंत्री नहीं बनाना चाहती तो, हमें अपना मंत्री बनाने दिया जाए. लेकिन अब वो कह रहे हैं कि दोनों दल बैठकर पहले फैसला करेंगे. इसके बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. सुरेंद्र धीमान के मुताबिक इन सभी बातों को देखकर ये लगता है कि तत्कालिक तौर पर हरियाणा मंत्रिमंडल विस्तार नहीं हो रहा.
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दूसरा पहलू ये भी है कि बीजेपी कामना करने वाले मुख्यमंत्रियों को बदल देती है. उत्तराखंड इसका ताजा उदाहरण है. इसके अलावा केंद्र में भी कई मंत्रियों को बदला गया. आमतौर पर जब नए मंत्री बनाए जाते हैं, तब दूसरे मंत्रियों के विभागों को नए मंत्रियों में बांटा जाता है. ये आम प्रक्रिया है, लेकिन जब मंत्रिमंडल के विस्तार किए बिना किसी मंत्री से उसका विभाग लेकर दूसरे मंत्री को दिया जाता है, तब ये बात साफ हो जाती है कि पिछले मंत्री ने सही तरीके से काम नहीं किया. जिस वजह से उसे विभाग ले लिया गया. हालांकि हरियाणा में इसकी संभावनाएं बेहद कम हैं.