चंडीगढ़: सिरसा सीट से विधायक गोपाल कांडा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. विधायक गोपाल कांडा की जीत पर उनके खिलाफ पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है. याचिका कोर्ट में गोकुल सेतिया ने लगाई. जो उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे.
गोपाल कांडा की बढ़ी मुश्किलें
गोकुल सेतिया के ओर से दायर याचिका में कहा है कि गोपाल कांडा ने चुनाव जीतने के लिए जनता में पैसे और शराब बांटी थी. इस याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने गोपाल कांडा और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है. साथ ही 13 फरवरी तक जवाब मांगा है.
कांडा ने पैसे और शराब से लुभाए वोटर?
निर्दलीय उम्मीदवार गोकुल सेतिया ने एडवोकेट परविंदर सिंह के जरिए चुनावी याचिका दायर कर गोपाल कांडा के निर्वाचन को चुनौती दी है. सेतिया ने आरोप लगाया है कि मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए गोपाल कांडा ने चुनाव में पैसा और शराब बांटी थी. साथ ही चुनाव का नामांकन भरते समय गोपाल कांडा ने जो अंडरटेकिंग दी थी, उसका भी पालन नहीं किया.
गोपाल कांडा के निर्वाचन रद्द करने की मांग
नामांकन भरते समय गोपाल कांडा ने अंडरटेकिंग दी थी कि उसके खिलाफ जो भी मामले दर्ज हैं, उनके बारे में वो एक समाचार पत्र में जानकारी देंगे. लेकिन गोपाल कांडा ने ये जानकारी एक ऐसे समाचार पत्र में दी, जिसके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते. ऐसे में गोपाल कांडा पर गलत तरीके से चुनाव लड़ने का आरोप लगाते हुए याचिकाकर्ता ने गोपाल कांडा का निर्वाचन रद्द करने की मांग की है.
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602 वोट से जीते गोपाल कांडा
सेतिया के वकील का पक्ष सुनने के बाद हाई कोर्ट ने गोपाल कांडा व चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर इस मामले में जवाब दायर करने का निर्देश दिया. सिरसा से विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार रहे गोकुल सेतिया ने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर गोपाल कांडा का निर्वाचन रद्द करने की मांग की है. गोकुल सेतिया को गोपाल कांडा के मुकाबले 602 मत कम पड़े थे.
किसे पड़े कितने वोट?
गोकुल सेतिया को 44,313 वोट पड़े थे जबकि गोपाल कांडा को 44915 वोट मिले थे. गोकुल सेतिया ने याचिका दायर कर कहा है कि गोपाल कांडा ने चुनाव में पैसा और शराब बांटी थी जिसका चुनाव के नतीजों पर प्रभाव पड़ा है.