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दोस्त की मां की तबीयत खराब हुई तो युवक ने चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर बाइक चलाकर अलवर पहुंचाया रेमडेसिविर इंजेक्शन - चंडीगढ़ अर्जुन बाली अलवर दोस्त मां इंजेक्शन

चंड़ीगढ़ में रहने वाले अर्जुन बाली के साथ पंजाब यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले दोस्त अलवर निवासी साहिल की मां कोरोना संक्रमित हैं. उन्हें बचाने के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन की जरूरत थी, जो अलवर में नहीं मिल रहा था. इसका पता लगने पर अर्जुन ने इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर दूर अलवर का सफर बाइक से 8 घंटे में तय किया.

chandigarh boy covered 420 km Remedesivir injection
दोस्त की मां की तबीयत खराब हुई तो युवक ने चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर बाइक चलाकर अलवर पहुंचाया रेमडेसिविर इंजेक्शन
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Published : May 15, 2021, 8:33 PM IST

Updated : Aug 1, 2021, 7:18 AM IST

चंडीगढ़/अलवर. दोस्त की मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. 8 घंटे में 420 किलोमीटर का सफर तय कर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर चंडीगढ़ का अर्जुन बाली अलवर पहुंचा. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी युवक का स्वागत किया.

ये भी पढ़ें: ITI का छात्र बना बाबा, लॉकडाउन का उल्लंघन किया तो पुलिस ने किया गिरफ्तार

दरअसल, अलवर निवासी साहिल और अर्जुन बाली पंजाब यूनिवर्सिटी में साथ पढ़ते हैं. अर्जुन चंडीगढ़ का रहने वाला है, जबकि साहिल का परिवार अलवर में रहता है. कुछ दिन पहले साहिल की मां कोरोा संक्रमित हो गई. जिसके कारण ऑक्सीजन सैचुरेशन 84 के आसपास आ गया. इंफेक्शन भी 18 से अधिक हो गया.

दोस्त की मां की तबीयत खराब हुई तो युवक ने चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर बाइक चलाकर अलवर पहुंचाया रेमडेसिविर इंजेक्शन

8 घंटों में तय की 420 किमी

मां की हालत नाजुक होने पर साहिल ने अपने चंडीगढ़ में रहने वाले दोस्त अर्जुन बाली को परेशानी से अवगत कराया. बाली को यह पता लगा कि अलवर में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है और दोस्त की मां को इसकी सख्त जरूरत है. इसके तुरंत बाद अर्जुन ने अपनी बाइक से 420 किलोमीटर की दूरी 8 घंटों में तय की और इंजेक्शन लेकर अलवर पहुंच गया.

दोस्त को भी आने की नहीं दी सूचना

बता दें, अर्जुन ने साहिल को भी नहीं बताया कि वह आ रहा है. नहीं तो इतनी दूर से आने के लिए हो सकता है कि साहिल उसे मना कर देता. साहिल के पिता इंडियन आर्मी में हैं. इस कारण उनकी मां का मिलिट्री हॉस्पिटल अलवर में इलाज चल रहा है. साहिल ने बताया की मां का ऑक्सीजन सैचुरेशन नीचे जा रहा था. तब चिकित्सकों ने कहा कि कुछ इंजेक्शन अस्पताल से मिल जाएगी और कुछ इंजेक्शन का इंतजाम कर लो.

ये भी पढ़ें: स्वस्थ हुए लोगों की संख्या संक्रमण के नए मरीजों से अधिक, स्वास्थ्य दर 83.83 प्रतिशत

इसी बीच मां की तबीयत को लेकर दोनों दोस्तों के बीच बात हो रही थी. जब अर्जुन बाली को पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन अलवर में आसानी से नहीं मिल रहा है तो उसने बिना देर किए इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से अलवर पहुंच गया.

भाजपा ने किया स्वागत

अलवर पहुंचने पर भाजपा के किसान मोर्चा जिलाअध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ और भाजपा जिला अध्यक्ष संजय नरूका सहित अन्य लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. यहां आने के बाद अर्जुन ने कहा कि दोस्त की मां मेरी मां है. उन्होंने कहा कि मैंने दोस्ती और इंसानियत का फर्ज निभाया है. साहिल मेरा अच्छा दोस्त है और मां के लिए इंजेक्शन लेकर आया हूं. निश्चित रूप से मां कोरोना से जंग जीतेगी.

चंडीगढ़/अलवर. दोस्त की मां का ऑक्सीजन लेवल नीचे जा रहा था. 8 घंटे में 420 किलोमीटर का सफर तय कर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर चंडीगढ़ का अर्जुन बाली अलवर पहुंचा. इसके बाद भाजपा नेताओं ने भी युवक का स्वागत किया.

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दरअसल, अलवर निवासी साहिल और अर्जुन बाली पंजाब यूनिवर्सिटी में साथ पढ़ते हैं. अर्जुन चंडीगढ़ का रहने वाला है, जबकि साहिल का परिवार अलवर में रहता है. कुछ दिन पहले साहिल की मां कोरोा संक्रमित हो गई. जिसके कारण ऑक्सीजन सैचुरेशन 84 के आसपास आ गया. इंफेक्शन भी 18 से अधिक हो गया.

दोस्त की मां की तबीयत खराब हुई तो युवक ने चंडीगढ़ से 420 किलोमीटर बाइक चलाकर अलवर पहुंचाया रेमडेसिविर इंजेक्शन

8 घंटों में तय की 420 किमी

मां की हालत नाजुक होने पर साहिल ने अपने चंडीगढ़ में रहने वाले दोस्त अर्जुन बाली को परेशानी से अवगत कराया. बाली को यह पता लगा कि अलवर में रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल रहा है और दोस्त की मां को इसकी सख्त जरूरत है. इसके तुरंत बाद अर्जुन ने अपनी बाइक से 420 किलोमीटर की दूरी 8 घंटों में तय की और इंजेक्शन लेकर अलवर पहुंच गया.

दोस्त को भी आने की नहीं दी सूचना

बता दें, अर्जुन ने साहिल को भी नहीं बताया कि वह आ रहा है. नहीं तो इतनी दूर से आने के लिए हो सकता है कि साहिल उसे मना कर देता. साहिल के पिता इंडियन आर्मी में हैं. इस कारण उनकी मां का मिलिट्री हॉस्पिटल अलवर में इलाज चल रहा है. साहिल ने बताया की मां का ऑक्सीजन सैचुरेशन नीचे जा रहा था. तब चिकित्सकों ने कहा कि कुछ इंजेक्शन अस्पताल से मिल जाएगी और कुछ इंजेक्शन का इंतजाम कर लो.

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इसी बीच मां की तबीयत को लेकर दोनों दोस्तों के बीच बात हो रही थी. जब अर्जुन बाली को पता चला कि रेमडेसिविर इंजेक्शन अलवर में आसानी से नहीं मिल रहा है तो उसने बिना देर किए इंजेक्शन खरीदे और चंडीगढ़ से अलवर पहुंच गया.

भाजपा ने किया स्वागत

अलवर पहुंचने पर भाजपा के किसान मोर्चा जिलाअध्यक्ष जितेंद्र राठौड़ और भाजपा जिला अध्यक्ष संजय नरूका सहित अन्य लोगों ने उनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया. यहां आने के बाद अर्जुन ने कहा कि दोस्त की मां मेरी मां है. उन्होंने कहा कि मैंने दोस्ती और इंसानियत का फर्ज निभाया है. साहिल मेरा अच्छा दोस्त है और मां के लिए इंजेक्शन लेकर आया हूं. निश्चित रूप से मां कोरोना से जंग जीतेगी.

Last Updated : Aug 1, 2021, 7:18 AM IST
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