चंडीगढ़/ग्वालियर: शहर में एक किसान की जमीन को फर्जी तरीके से खरीद-फरोख्त कर हरियाणा निवासी महिला को बेचने का मामला सामने आया है. इस वारदात को चार लोगों ने मिलकर अंजाम दिया है. इस बात का खुलास तब हुआ जब किसान अपने खेत पर खेती करने पहुंचा. खुलासा होने के बाद खेत मालिक किसान गुरुवार को कोतवाली थाना पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर, जांच शुरू कर दी है.
जुलाई में हुआ खुलासा
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में एक किसान की 6 बीघा जमीन बिक गई और उसे भनक तक नहीं लगी. सिकंदर कंपू निवासी संजीव उपाध्याय ने पुलिस को बताया कि दमतोर और माफीमौजा घाटीगांव में उनकी 6 बीघा जमीन है. उसने 1997 में ग्राम पाटई निवासी गोविंदा किरार से जमीन खरीदी थी. जब वह जुलाई 2020 में अपनी जमीन जोतने गया, तो तीन युवक उसके पास आए और जमीन का मालिकाना हक पानीपत, हरियाणा निवासी ओमवती का बताया. इसके अलावा उन्होंने किसान से खेती का काम भी बंद करा दिया. वहां मौजूद तीनों युवकों ने किसान रजिस्ट्री की फोटो कॉपी भी दी, जिसमें बतौर जमीन मालिक ओमवती का नाम दर्ज था.
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न आने की दी धमकी
तीनों युवकों ने किसान को वहां दोबारा न आने की धमकी भी दी.
कैसे बिक गई जमीन
किसान का कहना है कि बिना उसकी जानकारी के आखिर कैसे जमीन बिक गई. जमीन की कीमत 18 लाख रुपए है. जब जमीन मालिक किसान ने रजिस्ट्रार ऑफिस आकर पता किया तो वह सकते में आ गए. जमीन की फर्जी खरीद-फरोख्त को वासुदेव शर्मा, दयाल सिंह बंजारा, राजेंद्र श्रोती और तेज सिंह ने मिलकर अंजाम दिया था. जिसके बाद पीड़ित किसान ने कोतवाली थाना पहुंचकर महिला ओमवती सहित पांच लोगों पर धोखेबाजी की शिकायत दर्ज कराई है.