चंडीगढ़: 12 दिसंबर को पंजाब के मोहाली में सड़क हादसा (mohali road accident) हुआ था. इस हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई थी. ढाई साल की बच्ची भी इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई थी. उसे इलाज के लिए चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती किया गया. सिर पर गंभीर चोट होने की वजह से डॉक्टर ढाई साल की बच्ची अनायिका को बचा नहीं पाए. दुनिया को अलविदा कहते हुए ये बच्ची अनायिका 9 लोगों को नई जिंदगी दे गई.
अनायिका के पिता के साहसी फैसले से अब नौ जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मिलेगा. दरअसल सड़क हादसे में पूरे परिवार को खोने के बावजूद अनायिका के पिता अमित गुप्ता ने बेटी के अंगों को दान करने का फैसला किया. चंडीगढ़ पीजीआई में बच्ची का अंगदान (child organ donation in chandigarh pgi) अब नौ लोगों को नया जीवन देगा. पीजीआई के डॉक्टरों ने अंगदान की प्रक्रिया शुरू कर दी है. खबर है कि बच्ची के हृदय को चेन्नई भेज दिया गया है. वहीं, लिवर को अहमदाबाद भेजा गया है. किडनी और आंखों के प्रत्यारोपण के लिए मरीजों की मैचिंग की जा रही है.
इसके अलावा पैंक्रियाज का भी प्रत्यारोपण कर दिया गया है. चंडीगढ़ पीजीआई ने भी ढाई साल की बच्ची अनायिका के पिता अमित गुप्ता के इस कदम की सराहना की है और कहा है कि इससे दूसरे लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी.
बता दें कि सड़क हादसे में अनायिका की मां कीर्ति गुप्ता (33 साल), भाई नुवंश (6 साल), मामा अनुज बंसल (30 साल), नानी उषा रानी (60 साल) और उनकी बहन की मौत हो गई थी. जबकि अनायिका गंभीर रूप से घायल हो गई थी, उसके सिर पर गंभीर चोटें आई थीं. उसे आनन-फानन में चंडीगढ़ पीजीआई लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली. अनायिका के पिता अमित गुप्ता ने कहा कि उन्हें अपनी प्यारी बिटिया को खोने का बहुत दुख है, लेकिन अब उसके अंगों से 9 लोगों को नया जीवन मिलेगा, जो मुझे जीवन भर सुकून देगा. मेरी बेटी दुनिया में ना होते हुए भी अब कई लोगों में जिंदा रहेगी.
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