ETV Bharat / state

Earthquake in haryana: दिल्ली एनसीआर समेत हरियाणा में भी भूकंप के झटके, घरों से बाहर निकले लोग

दिल्ली, एनसीआर समेत हरियाणा के विभिन्न जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग घरों से बाहर निकल गए. (Earthquake in haryana)

Earthquake in haryana
हरियाणा में भूकंप के झटके
author img

By

Published : Mar 21, 2023, 11:00 PM IST

Updated : Mar 21, 2023, 11:12 PM IST

हरियाणा में भूकंप के झटके

चंडीगढ़: दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हिमाचल समेत कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 मापी गई है. भूकंप के झटके काफी देर तक महसूस किए गए. वहीं, भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग घरों से बाहर निकल गए.

हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हरियाणा में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.5 मापी गई है. भूकंप के झटके रात 10 बजकर 20 मिनट पर महसूस किए गए. बता दें कि भिवानी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, करनाल और पानीपत समेत कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस दौरान कई लोग खाना खा रहे थे, लेकिन खाना छोड़कर घर से बाहर निकल गए.

भूकंप का झटका जोरदार था कि घरों के पंखे और झूमर हिलते हुए नजर आया जल्दी बाजी में लोग घरों से बाहर निकल गए. इसके बावजूद भी भूकंप का झटका कई सेकेंड तक महसूस किया गया. हालांकि अभीतक भूकंप के झटके से जानमाल के किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लेकिन, भूकंप के बाद से लोग डरे और सहमे हुए हैं. लोगों का कहना है कि भूकंप इतना तेज था कि इसका झटका साफ तौर पर महसूस किया गया. फरीदाबाद में लोग घरों से बाहर निकल गए. बाहर निकलने के बावजूद भी उन्हें भूकंप के झटके महसूस किए गए. जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किए गए लोग अपने छोटे बच्चों को लेकर घरों से बाहर निकल गए. जब भूकंप का झटका खत्म हो गया उसके बाद भी लोग घरों के बाहर ही डटे रहे. उनके मन में डर साफ तौर पर दिख रहा था कि भूकंप के झटके फिर से महसूस ना हो.

क्यों आता है भूकंप?: वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय की टेक्टोनिक प्लेटों में होने वाले बदलावों के कारण झटके लगते रहते हैं. हिमालय के नीचे लगातार हो रही हलचल के चलते धरती पर दबाव बढ़ता है जो भूकंप की शक्ल ले लेता है. भूकंप एक टेक्टोनिक गति है जो पृथ्वी के आंतरिक भाग के अंदर अंतर्जात (पृथ्वी के भीतर उत्पन्न) तापीय स्थितियों के कारण होती है जो पृथ्वी की सतह परत के माध्यम से प्रेषित होती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के दौरान ज्यादा हलचल करने से परहेज करना चाहिए और घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों या सुरक्षित स्थानों पर पहुंचना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Earthquake in Nicobar Islands : निकोबार द्वीप में भूकंप का झटका, रिएक्टर स्केल पर 5 की तीव्रता

हरियाणा में भूकंप के झटके

चंडीगढ़: दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हिमाचल समेत कई राज्यों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान बताया जा रहा है. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.6 मापी गई है. भूकंप के झटके काफी देर तक महसूस किए गए. वहीं, भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग घरों से बाहर निकल गए.

हरियाणा के विभिन्न जिलों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हरियाणा में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.5 मापी गई है. भूकंप के झटके रात 10 बजकर 20 मिनट पर महसूस किए गए. बता दें कि भिवानी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, चंडीगढ़, कुरुक्षेत्र, करनाल और पानीपत समेत कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस दौरान कई लोग खाना खा रहे थे, लेकिन खाना छोड़कर घर से बाहर निकल गए.

भूकंप का झटका जोरदार था कि घरों के पंखे और झूमर हिलते हुए नजर आया जल्दी बाजी में लोग घरों से बाहर निकल गए. इसके बावजूद भी भूकंप का झटका कई सेकेंड तक महसूस किया गया. हालांकि अभीतक भूकंप के झटके से जानमाल के किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लेकिन, भूकंप के बाद से लोग डरे और सहमे हुए हैं. लोगों का कहना है कि भूकंप इतना तेज था कि इसका झटका साफ तौर पर महसूस किया गया. फरीदाबाद में लोग घरों से बाहर निकल गए. बाहर निकलने के बावजूद भी उन्हें भूकंप के झटके महसूस किए गए. जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किए गए लोग अपने छोटे बच्चों को लेकर घरों से बाहर निकल गए. जब भूकंप का झटका खत्म हो गया उसके बाद भी लोग घरों के बाहर ही डटे रहे. उनके मन में डर साफ तौर पर दिख रहा था कि भूकंप के झटके फिर से महसूस ना हो.

क्यों आता है भूकंप?: वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय की टेक्टोनिक प्लेटों में होने वाले बदलावों के कारण झटके लगते रहते हैं. हिमालय के नीचे लगातार हो रही हलचल के चलते धरती पर दबाव बढ़ता है जो भूकंप की शक्ल ले लेता है. भूकंप एक टेक्टोनिक गति है जो पृथ्वी के आंतरिक भाग के अंदर अंतर्जात (पृथ्वी के भीतर उत्पन्न) तापीय स्थितियों के कारण होती है जो पृथ्वी की सतह परत के माध्यम से प्रेषित होती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के दौरान ज्यादा हलचल करने से परहेज करना चाहिए और घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों या सुरक्षित स्थानों पर पहुंचना चाहिए.

ये भी पढ़ें: Earthquake in Nicobar Islands : निकोबार द्वीप में भूकंप का झटका, रिएक्टर स्केल पर 5 की तीव्रता

Last Updated : Mar 21, 2023, 11:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.