चंडीगढ़: पूर्व सीएम ओपी चौटाला के जेल ( op chautala released tihar jail) से बाहर आते ही प्रदेश में सियासी पारा बढ़ चुका है. दूसरी तरफ इस बीच ओपी चौटाला के चुनाव लड़ने (op chautala fight election) पर 6 साल के लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए भी चुनाव आयोग में याचिका दाखिल की गई है.
ऐसे में ओपी चौटाला के जेल से बाहर आने और उनका चुनाव लड़ने से प्रदेश की राजनीति पर क्या असर पड़ेगा, इसपर उनके पोते और हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (dushyant chautala statment op chautala) ने प्रतिक्रिया दी है. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वो एक साल से जेल से बाहर हैं और जेजेपी पर उनके बाहर आने से कोई असर नहीं पड़ेगा.
ये भी पढ़िए: ओपी चौटाला के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध के खिलाफ चुनाव आयोग में दाखिल की गई हस्तक्षेप याचिका
उन्होंने कहा कि जेजेपी लगातार आगे बढ़ रही है और उसमें लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़ रहे हैं, इसलिए ओम प्रकाश चौटाला के जेल से बाहर आने से उनकी पार्टी पर कोई ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.
ये भी पढ़िए: ओपी चौटाला ने तिहाड़ में कैसे बिताए 3 हजार 443 दिन, जेल में उन्हें क्या काम मिला था?
वहीं इनेलो नेता अभय चौटाला द्वारा ओम प्रकाश चौटाला के ऐलनाबाद से चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने कहा कि वो इस मसले पर कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि ये कोर्ट में हैं. जो कोर्ट चाहेगा वहीं होगा. हां, अगर कोर्ट उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत देता है तो अच्छा है, क्योंकि कुछ समय बाद जेजेपी के नेता अजय चौटाला भी जेल से बाहर आ जाएंगे तो वो भी चुनावी मैदान में उतरेंगे.
ये भी पढ़िए: दुष्यंत चौटाला नहीं चाहते थे जेल से बाहर आएं ओपी चौटाला? अभय के आरोपों में कितना दम ?
गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती घोटाले(teacher recruitment scam) में 10 साल की सजा पाने वाले हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सजा पूरी होने से 6 महीने पहले रिहा कर दिए गए हैं. इसकी वजह है दिल्ली सरकार का एक फैसला जिसमें कहा गया था कि जिन कैदियों को 10 साल की सजा मिली हो और 6 महीने या उससे कम की सजा बाकी हो तो उन्हें रिहा कर दिया जाएगा. दिल्ली सरकार की यही छूट ओपी चौटाला के लिए भी फायदेमंद साबित हुई. दूसरी तरफ ओपी चौटाला के जेल से बाहर आने के बाद हरियाणा में सियासी पारा भी चढ़ गया है.