चंडीगढ़: उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस बार सरकार ने कोरोना से किसानों का बचाव करते हुए फसल खरीद की नई व्यवस्था स्थापित की और जो कि ऐतिहासिक रही. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1800 से ज्यादा खरीद केंद्र बनाएं गए जहां किसानों को फसल बेचने के लिए रातभर इंतजार नहीं करना पड़ा.
उन्होंने कहा कि संदेश (एसएमएस) के माध्यम से एक-एक किसान को मंडी में बुलाया गया और बेहतर से पहले उनकी फसल की खरीद की गई और उसके बाद भुगतान किया गया.
'सरकार ने 95 प्रतिशत फसल खरीद का किया भुगतान'
साथ ही उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था को स्थापित करने में जरूर कई कमियां सामने आती हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने निरंतर मॉनिटर करते हुए उन्हें दुरुस्त किया. उन्होंने बताया कि अब तक करीब 95 प्रतिशत फसल खरीद का भुगतान हो चुका है और बाकी बचे 5 प्रतिशत किसानों की भी अदायगी जल्द कर दी जाएगी.
मेरा पानी-मेरी विरासत पर ये बोले डिप्टी सीएम
इस दौरान उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने धान की पाबंदी पर कहा कि सरकार ने गिरते भू-जलस्तर पर चिंता जाहिर करते हुए 'मेरा पानी-मेरी विरासत' योजना की शुरूआत की थी नाकि धान पर पाबंदी लगाई. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने किसी भी किसान को धान की खेती करने से नहीं रोका है.
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि केवल पंचायती जमीनों पर 35 मीटर से ज्यादा गहरे भू-जल स्तर पर धान की खेती करने से मना किया गया है. उन्होंने आगे ये भी कहा कि सरकार ने मात्र किसानों से धान की खेती की जगह वैकल्पिक खेती करने का अनुरोध किया है और वैकल्पिक खेती करने वाले किसानों को सात हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी.