चंडीगढ़: इन दिनों सूबे की सियासत गठबंधन के इर्द-गिर्द घूम रही है. दलबदल का सिलसिला भी शुरू हो चुका है और आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है. एक तरफ दिग्विजय चौटाला ने एलएसपी-बसपा के गठबंधन पर सवाल उठाया तो दूसरी तरफ प्रवीण अत्रे ने अकाली दल पर निशाना साधा.
जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के संयोजक और बीजेपी के बागी सांसद राजकुमार से दूर रहने की बात कही. दिग्विजय ने सैनी को बीजेपी का स्पोटर बताया. वहीं इनेलो नेता प्रवीण अत्रे ने अकाली दल को हरियाणा के हितों का विरोधी बताया.
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि जो कोई राजकुमार सैनी के साथ बैठेगा वो खुद दूषित हो जाएगा. उन्होंने कहा कि जिन पार्टियों का हरियाणा में थोड़ा बहुत अस्तित्व है, ऐसे व्यक्ति के साथ राजनीतिक मंच सांझा कर वो भी खत्म हो जाएगा. दिग्विजय ने कहा कि सैनी के तो साथ से भी बचना चाहिए.
राजकुमार सैनी ने कहा कि वो हरियाणा के भाईचारे को तोड़ने वाले लोग हैं. जो जातिवाद के नाम पर आगजनी करवाने वाले लोग हैं. उनसे तो दूर ही रहना चाहिए. दिग्विजय ने राजकुमार सैनी को मीडिया से भी दूर रहने की नसीहत दी.
वहीं इनेलो नेता प्रवीन आत्रे ने कहा कि चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते हैं उसी तरह गठबंधन बनते और बिगड़ते हैं. राजनीति में किसी भी तरह की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. जहां तक अकाली दल की बात है. वो हरियाणा हितों का विरोधी है.
अत्रे ने कहा कि एसवाईएल जो कि हरियाणा की लाइफ लाइन है. उसे अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव लाकर नहर की जमीन को डिनोटिफाई कर दिया था. जो लोग हरियाणा के हितों के विरोधी हैं स्वाभाविक है हरियाणा की जनता उनके साथ किस तरह का बर्ताव करेगी.