चंडीगढ़: पीजीआई चंडीगढ़ ने किडनी के मरीजों के लिए अच्छी पहल की है. किडनी के मरीज अब अपने घर पर भी डायलिसिस कर सकते हैं. इसमें पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर मरीजों को मदद करते हैं.
पीजीआई में किडनी के मरीजों का इलाज: किडनी से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ती जा रही है. किडनी फेल्योर के मरीज पीजीआई में बड़ी संख्या में इलाज के लिए आते हैं. पीजीआई में 30 से 40 के करीब डायलिसिस मशीनें हैं. डायलिसिस उन्हीं मरीज को दिया जाता है जो इमरजेंसी में अस्पताल में पहुंचते हैं. इसके अलावा गंभीर मरीजों को भी डायलिसिस की सुविधा मुहैया करवायी जाती है. पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एच एस कोहली के अनुसार पीजीआई हर तरीके से मरीजों को सुविधाएं मुहैया करवाती है. जो भी मरीज डायलिसिस के लिए आते हैं तो उन्हें उचित मार्गदर्शन दिया जाताा है.
घर पर ही डायलिसिस की सुविधा: कुछ मरीज ऐसे होते हैं जिन्हें हमेशा के लिए डायलिसिस की आवश्यकता होती है. बार -बार अस्पताल आने पर मरीज की मानसिक स्थिति पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है. ऐसे मरीजों की सुविधा के लिए पीजीआई चंडीगढ़ की ओर से खास पहल की गयी है. मरीज अब अपने घर पर ही डायलिसिस सिस्टम स्थापित कर सकता है. फॉर्मा कंपनी डायलिसिस उपकरणों को मुहैया करवाती है. पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉक्टर भी सदैव मरीज के सम्पर्क में रहते हैं. पीजीआई के नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एच एस कोहली बताते हैं कि अभी 80 मरीज घर पर ही डायलिसिस करवा रहे हैं.
डायलिसिस की क्वालिटी हो बेहतर: नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ एच एस कोहली का कहना है घर पर डायलिसिस कराने पर इस बात ध्यान रखना होगा कि डायलिसिस रेगूलर हो और उसकी क्वालिटी अच्छी हो. अगर ये नहीं हुआ तो कितनी भी डायलिसिस कराते रहें उसका कोई लाभ नहीं होता है. कोहली गुरुग्राम के रहने वाले गौरव प्रदीप के बारे में बताते हैं कि 2018 से वे अपने घर पर ही डायलिसिस करवा रहे हैं और सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
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