नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एवं लारेंस बिश्नोई गैंग (lawrence bishnoi gang) के बदमाशों के बीच गुरुवार शाम बुद्धा गार्डन के पास मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान विवेक पुरी, प्रशांत और अश्वनी कुमार के रूप में की गई. डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार स्पेशल सेल के एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और कर्मवीर सिंह की टीम फरार चल रहे बदमाशों को लेकर काम कर रही थी.
इस दौरान उन्हें पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुछ सदस्य बुद्धा गार्डन के पास स्कॉर्पियो में आने वाले हैं. पुलिस टीम ने एसयूवी में सवार कुछ लोगों को देर शाम आते हुए देखा. उन्हें रुकने का इशारा किया. उन्होंने पहले गाड़ी को पीछे कर भागने का प्रयास किया. पुलिस टीम ने उनका रास्ता रोका तो विवेक पुरी और प्रशांत गाड़ी से बाहर निकलकर पुलिस पर गोलियां चलाने लगे. बचाव में पुलिस की तरफ से भी गोलियां चलाई गई. पुलिस ने यहां से तीन बदमाशों को काबू कर लिया.
इनके पास से तीन सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य हैं. उनके इशारे पर वह कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार यह बदमाश लॉरेंस बिश्नोई काला राणा गैंग के सदस्य हैं. उनके साथ वह बीते चार साल से सक्रिय हैं. अंबाला में हुई हत्या के मामले में विवेक पुरी, प्रशांत एवं छह अन्य आरोपियों को पुलिस ने वर्ष 2018 में गिरफ्तार किया था.
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इस वारदात में उन्होंने शोरूम में जाकर गोली चला कर लूटपाट की थी. वारदात के दौरान एक शख्स की मौत हो गई थी. विवेक पुरी की तलाश बिहार के गोपालगंज में दर्ज जबरन उगाही की चार वारदातों में थी. वह बिहार में कारोबारियों से उगाही कर रहा था. प्रशांत के खिलाफ पहले से हत्या, हत्या प्रयास, लूट, चोट पहुंचाने आदि के चार मामले दर्ज हैं. तीसरा आरोपी अश्वनी हरियाणा और पंजाब में हथियार सप्लाई करने के मामले में शामिल रहा है. वह लॉरेंस बिश्नोई और काला राणा गैंग को हथियार सप्लाई करता है.