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क्या हरियाणा में बंद होगी अनाज मंडियां? दीपेंद्र हुड्डा ने कहा- सरकार की मंडी विरोधी मानसिकता

कैथल प्रशासन की तरफ से एक पत्र जारी किया गया है. इसी पत्र को लेकर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट (Deepender Hooda tweet on mandi) किया और सरकार पर निशाना साधा.

Deepender Hooda on grain market
Deepender Hooda on grain market
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Published : Mar 20, 2022, 6:54 PM IST

Updated : Mar 22, 2022, 1:23 PM IST

चंडीगढ़: तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन एक साल तक चला. किसानों को डर था कि तीन कृषि कानूनों की वजह से अनाज मंड़ी बंद हो जाएगी. लिहाजा किसानों ने दिल्ली से लगती सीमाओं पर पक्का मोर्चा लगाकर धरना दिया. जिसके बाद केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस ले लिया. लेकिन एक बार फिर से मंडियों में फसल खरीद (Mandi will be closed in Haryana) ना होने की खबरें सामने आई है.

दरअसल राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट (Deepender Hooda tweet on mandi) किया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि 'किसान आंदोलन के दौरान सरकार लगातार झूठ बोलती रही कि मंडियां बंद नहीं होगी। लेकिन ये लेटर सरकार की मंडी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। सरकार ने हरियाणा की आधा दर्जन मंडियों के दरवाजे बंद करके इसबार गेहूं सीधे अडानी गोदाम ले जाने के आदेश दिए हैं। यह मंडियां खत्म करने की शुरुआत है?'

Mandi will be closed in Haryana
दीपेंद्र हुड्डा का ट्वीट

15 मार्च को भारतीय खाद्य निगम कैथल/कुरुक्षेत्र की तरफ से जारी पत्र का हवाला देते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार बिना कानून बनाए ही अपनी मंडी विरोधी नीति आगे बढ़ा रही है. उन्होंने बताया कि एफसीआई की तरफ से जारी पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि इस बार किसान अपना गेहूं ढांड, कौल, पिहोवा, पूंडरी, सोलुमाजरा और गुमथला की मंडियों में लाने की बजाए सीधा अडानी के गोदाम में पहुंचाए. लेटर में साफ कहा गया है कि इन मंडियों में किसानों को बारदाना भी उपलब्ध नहीं करवाया जाए. भारतीय खाद्य निगम के आदेश में ये भी कहा गया है कि FCI बारदानों का भुगतान नहीं करेगा.

Mandi will be closed in Haryana
इस पत्र पर मचा है हंगामा

ये भी पढ़ें- अंबाला चंडीगढ़ हाईवे के पास मिले 3 जिंदा हैंड ग्रेनेड और एक IED

इसी ट्वीट के रिप्लाई में ये यूजर ने लिखा कि कहीं भी मंडियों के बंद होने की बात नहीं लिखी है. इन मंडियों में आने वाले गेहूं को सीधा गोदाम मे स्टॉक करने का आदेश है, ताकि बारिश आने पर खुले में रखा गेहूं का स्टॉक खत्म ना हो. आप पढ़े लिखे होकर भी ग्वांर वाली बात कर रहे हो, इसमें साफ लिखा है इन मंडियों में आने वाले गेहूं को खुले में स्टॉक ना करके सीधा गोदाम में स्टॉक करना है.

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चंडीगढ़: तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन एक साल तक चला. किसानों को डर था कि तीन कृषि कानूनों की वजह से अनाज मंड़ी बंद हो जाएगी. लिहाजा किसानों ने दिल्ली से लगती सीमाओं पर पक्का मोर्चा लगाकर धरना दिया. जिसके बाद केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस ले लिया. लेकिन एक बार फिर से मंडियों में फसल खरीद (Mandi will be closed in Haryana) ना होने की खबरें सामने आई है.

दरअसल राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने ट्वीट (Deepender Hooda tweet on mandi) किया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि 'किसान आंदोलन के दौरान सरकार लगातार झूठ बोलती रही कि मंडियां बंद नहीं होगी। लेकिन ये लेटर सरकार की मंडी विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। सरकार ने हरियाणा की आधा दर्जन मंडियों के दरवाजे बंद करके इसबार गेहूं सीधे अडानी गोदाम ले जाने के आदेश दिए हैं। यह मंडियां खत्म करने की शुरुआत है?'

Mandi will be closed in Haryana
दीपेंद्र हुड्डा का ट्वीट

15 मार्च को भारतीय खाद्य निगम कैथल/कुरुक्षेत्र की तरफ से जारी पत्र का हवाला देते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार बिना कानून बनाए ही अपनी मंडी विरोधी नीति आगे बढ़ा रही है. उन्होंने बताया कि एफसीआई की तरफ से जारी पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि इस बार किसान अपना गेहूं ढांड, कौल, पिहोवा, पूंडरी, सोलुमाजरा और गुमथला की मंडियों में लाने की बजाए सीधा अडानी के गोदाम में पहुंचाए. लेटर में साफ कहा गया है कि इन मंडियों में किसानों को बारदाना भी उपलब्ध नहीं करवाया जाए. भारतीय खाद्य निगम के आदेश में ये भी कहा गया है कि FCI बारदानों का भुगतान नहीं करेगा.

Mandi will be closed in Haryana
इस पत्र पर मचा है हंगामा

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इसी ट्वीट के रिप्लाई में ये यूजर ने लिखा कि कहीं भी मंडियों के बंद होने की बात नहीं लिखी है. इन मंडियों में आने वाले गेहूं को सीधा गोदाम मे स्टॉक करने का आदेश है, ताकि बारिश आने पर खुले में रखा गेहूं का स्टॉक खत्म ना हो. आप पढ़े लिखे होकर भी ग्वांर वाली बात कर रहे हो, इसमें साफ लिखा है इन मंडियों में आने वाले गेहूं को खुले में स्टॉक ना करके सीधा गोदाम में स्टॉक करना है.

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Last Updated : Mar 22, 2022, 1:23 PM IST
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