चंडीगढ़: हरियाणा समेत राजधानी चंडीगढ़ में साइबर क्राइम की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं. इस साल अप्रैल तक चंडीगढ़ पुलिस को साइबर क्राइम की 2700 से ज्यादा शिकायतें मिल चुकी हैं. चंडीगढ़ पुलिस का दावा है कि इनमें से 2400 के करीब समस्याओं को सुलझाया लिया गया है. इन मामलों से जुड़े 48 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक जनवरी से अप्रैल तक साइबर अपराध की 2734 शिकायतें थाने में पहुंच चुकी है.
अप्रैल महीने में ही सेक्सटॉर्शन की 509 शिकायत साइबर क्राइम पुलिस थाने पहुंची हैं. आरोपी लोगों को लोन देने के नाम पर ऐप डाउनलोड करवाते हैं. और फिर उनकी मोबाइल गैलरी से फोटो और कांटेक्ट नंबर चुराकर मॉर्फ्ड फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करते हैं और फिर लोगों से मनचाही वसूली करते हैं. चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक पिछले साल साइबर क्राइम की 7 हजार 313 शिकायतें सामने आई थी.
अगस्त 2022 में चंडीगढ़ पुलिस ने साइबर क्राइम के बड़े गिरोह का खुलासा किया था. जिसमें पुरुषों को हनीट्रैप में फंसा कर उन्हें ब्लैकमेल करके वसूली की जाती थी. ये गैंग राजस्थान से पकड़ा गया था. मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने राजस्थान के भरतपुर जिले के कुछ गांवों में रेड की थी. इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने गैंग के 6 सदस्यों को पकड़ा था. चंडीगढ़ के डीएसपी राम गोपाल ने बताया कि बीते 4 महीनों में हमें 2700 के करीब साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायतें मिली हैं.
2400 शिकायतों को अभी तक सॉल्व किया जा चुका है. वही बीते दिनों कुछ गिरफ्तारियां भी की गई हैं. शिकायतों के आधार पर 50 एफआईआर भी दर्ज की गई है. जिस पर कार्रवाई करते हुए 45 पुरुष और 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. इन मामलों में गिरफ्तार किए गए लोग अधिकतर चंडीगढ़ के निवासी नहीं है, वो बाहरी शहरों से इन वारदातों को अंजाम देते हैं. उन्होंने बताया कि आजकल हर कोई टच स्क्रीन मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा है.
जिसके चलते वो अनवांटेड फोन कॉल्स को अटेंड और व्हाट्सएप मैसेज या किसी अनजाने लिंक पर क्लिक करते ही साइबर क्राइम के शिकार हो जाते हैं. जिससे कई बार उन्हें भारी नुकसान भी होता है. बता दें कि चंडीगढ़ पुलिस को सेक्सटॉर्शन की शिकायत भी मिल रही है. जिसमें पीड़ित के पास अनजान नंबर से वीडियो कॉल आती है. कॉल उठाने पर शक्स को उत्तेजित किया जाता है और उसकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली जाती है.
जिसके बाद पीड़ित को ब्लैकमेल कर उससे मनचाहे पैसे वसूले जाते हैं. चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक उनकी तरफ से जागरुकता अभियान चलाया गया है. जिसमें लोगों को जागरूक किया जाता है और बताया जाता है कि किन चीजों का ध्यान रख वो साइबर क्राइम से बच सकते हैं. डीएसपी राम गोपाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो अंजान लिंक और मैसेज पर क्लिक ना करें. किसी से भी अपनी निजी जानकारी शेयर ना करें.