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VIDEO: चंडीगढ़ हाउस मीटिंग में जबरदस्त हंगामा, पार्षद ने मेयर के साथ किया दुर्व्यवाहर

हाउस मीटिंग में अधिकारियों के ट्रांसफर पर चर्चा हो रही थी. पार्षद ने ट्रांसफर का विरोध किया. उन्होंने मेयर पर भ्रष्टाचार करने तक के आरोप लगा दिए. इसके बाद हाउस मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ.

VIDEO: चंडीगढ़ हाउस मीटिंग में जबरदस्त हंगामा, पार्षद ने मेयर के साथ किया दुर्व्यवाहर
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Published : Jun 28, 2019, 11:16 PM IST

चंडीगढ़: नगर निगम की हाउस मीटिंग में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. पार्षद सतीश कैंथ ने हंगामा करते हुए मेयर राजेश कालिया के साथ बदसलूकी की.

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हाउस मीटिंग में अधिकारियों के ट्रांसफर पर चर्चा हो रही थी. पार्षद ने ट्रांसफर का विरोध किया. उन्होंने मेयर पर भ्रष्टाचार करने तक के आरोप लगा दिए. इसके बाद हाउस मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ. आखिर में मेयर राजेश कालिया के आदेश पर बदसलूकी कर रहे पार्षद को बाहर निकाला गया. साथ ही मेयर ने पार्षद को एक दिन के लिए सस्पेंड भी किया है.

हंगामे के बाद मेयर राजेश कालिया ने कहा कि अगर कोई मुझे अपशब्द कहता है तो अलग बात है, लेकिन इस वक्त में मेयर के पद पर हूं. मेयर को अपशब्द कहना गलत है.

चंडीगढ़: नगर निगम की हाउस मीटिंग में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. पार्षद सतीश कैंथ ने हंगामा करते हुए मेयर राजेश कालिया के साथ बदसलूकी की.

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हाउस मीटिंग में अधिकारियों के ट्रांसफर पर चर्चा हो रही थी. पार्षद ने ट्रांसफर का विरोध किया. उन्होंने मेयर पर भ्रष्टाचार करने तक के आरोप लगा दिए. इसके बाद हाउस मीटिंग में जमकर हंगामा हुआ. आखिर में मेयर राजेश कालिया के आदेश पर बदसलूकी कर रहे पार्षद को बाहर निकाला गया. साथ ही मेयर ने पार्षद को एक दिन के लिए सस्पेंड भी किया है.

हंगामे के बाद मेयर राजेश कालिया ने कहा कि अगर कोई मुझे अपशब्द कहता है तो अलग बात है, लेकिन इस वक्त में मेयर के पद पर हूं. मेयर को अपशब्द कहना गलत है.

Intro: शुक्रवार को चंडीगढ़ नगर निगम हाउस मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में पार्षद सतीश कैंथ और मेयर राजेश कालिया के बीच काफी बहस हुई। जिससे मीटिंग में हंगामा हो गया। बाद में मेयर ने मार्शल को बुलाकर सतीश कैंथ को मीटिंग से बाहर निकलवा दिया।


Body: शुक्रवार को नगर निगम की हाउस मीटिंग शुरू होते हैं हंगामा शुरू हो गया हंगामा मेयर राजेश कालिया और कांग्रेस के पार्षद सतीश कैंथ की बहस बाजी से शुरू हुआ मेयर और नगर निगम कमिश्नर केके यादव कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर करना चाहते थे। मगर सतीश कैंथ ने उसका विरोध किया और कहा कि मेयर ने नगर निगम में भ्रष्टाचार फैला रखा है इस बात पर दोनों की बहस हो गई। दोनों ने एक दूसरे पर निजी मामलों को लेकर हमला बोलना शुरू कर दिया।
बाद में मेयर ने मार्शल को बुलाकर इस यंत्र को मीटिंग से बाहर निकाल दिया और उन्हें मीटिंग से सस्पेंड भी कर दिया।
इस बारे में बात करते हुए मेयर ने कहा की ट्रांसफर से सिर्फ उन लोगों को ही आपत्ति होती है जो भ्रष्टाचार में लिप्त होते हैं मैं हूं भ्रष्टाचार को ही खत्म करने आया हूं।
उन्होंने कहा कि अगर अगर मुझे कोई अपशब्द कहता है तो अलग बात है ।मगर मैं इस समय मेयर के पद पर हूं और मेयर के पद को अपशब्द कहना किसी भी तौर पर सहन नहीं किया जा सकता।

बाइट - राजेश कालिया, मेयर


नोट- पार्षद को बाहर निकाले जाने के शॉट्स मेल पर भेजे गए हैं इसी स्लग के साथ।।


Conclusion:आपको बता दें कि पार्षद सतीश कैंथ पहले भाजपा में थे ।मगर आरक्षित सीट पर उन्हें मेयर ना बनाकर राजेश कालिया को मेयर बना दिया गया।। जिस वजह से वह भड़क गए ।उन्होंने एक ही पार्टी में रहते हुए अपने ही उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था। जिसमें वे हार गए और बाद में उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस को ज्वाइन कर लिया। तब से लेकर लगातार सतीश कैंथ और मेहर राजेश कालिया के बीच बहस जारी है।
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