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पार्किंग के मुद्दे पर नगर निगम की बैठक में हंगामा, कांग्रेस ने किया बहिष्कार

चंडीगढ़ में पार्किंग का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है. आर्य टोल इंफ्रा कंपनी के चंडीगढ़ से पार्किंग का कॉन्ट्रैक्ट छोड़ने के बाद अभी तक पार्किंग को नगर निगम ही चला रहा है. स्मार्ट सिटी बनाने के लिए मेयर राजेश कालिया ने की पार्किंग रेट बढ़ाने की मांग.

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Published : Jul 8, 2019, 11:21 PM IST

पार्किंग के मुद्दे पर निगम की बैठक में हंगामा

चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ़ में पार्किंग के मुद्दे को लेकर नगर निगम की विशेष बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मेयर, नगर निगम के कमिश्नर, कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने हिस्सा लिया. सभी पार्षदों ने एकमत में बोला की पार्किंग के रेट नहीं बढ़ाना चाहिए. पार्किंग के मौजूदा रेट ही रखे जाने चाहिए.

पार्किंग के मौजूदा रेट

  • दो पहिया वाहन के लिए 5 रुपए
  • कार के लिए 10 रुपए

स्मार्ट सिटी के लिए निगम को पैसे की जरूरत

नगर निगम कमिश्नर के के यादव और मेयर राजेश कालिया ने इस पर असहमति जताते हुए कहा कि यह संभव नहीं है. नगर निगम को पैसे की आवश्यकता है. चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इसमें सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट किया जाना भी जरूरी है.

पार्किंग के मुद्दे पर निगम की बैठक में हंगामा.

मेयर ने की पार्किंग बढ़ाने की मांग
इसलिए चंडीगढ़ में सामान्य पार्किंग को खत्म करके उसे स्मार्ट पार्किंग बनाया जाएगा. इसके लिए रेट बढ़ाना भी जरूरी है. बैठक में एक तरफ जहां सभी पार्षद रेट को ना बढ़ाने की बात कर रहे थे.वहीं कमिश्नर केके यादवऔर मेयर राजेश कालिया और भाजपा के पार्षद अरुण सूद रेट बढ़ाने की बात पर अड़ गए.

फिर सदन में उठेगा मुद्दा
मामले में पार्षदों की मेयर और कमिश्नर के साथ काफी बहस हुई और बैठक में काफी हंगामा हुआ. इस हंगामे के बीच कांग्रेस के पार्षद बैठक का बहिष्कार कर वहां से निकल गए. बैठक में पार्किंग के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो पाया. पार्किंग के मुद्दे को सदन की अगली बैठक में फिर से उठाया जाएगा.

चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ़ में पार्किंग के मुद्दे को लेकर नगर निगम की विशेष बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मेयर, नगर निगम के कमिश्नर, कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने हिस्सा लिया. सभी पार्षदों ने एकमत में बोला की पार्किंग के रेट नहीं बढ़ाना चाहिए. पार्किंग के मौजूदा रेट ही रखे जाने चाहिए.

पार्किंग के मौजूदा रेट

  • दो पहिया वाहन के लिए 5 रुपए
  • कार के लिए 10 रुपए

स्मार्ट सिटी के लिए निगम को पैसे की जरूरत

नगर निगम कमिश्नर के के यादव और मेयर राजेश कालिया ने इस पर असहमति जताते हुए कहा कि यह संभव नहीं है. नगर निगम को पैसे की आवश्यकता है. चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इसमें सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट किया जाना भी जरूरी है.

पार्किंग के मुद्दे पर निगम की बैठक में हंगामा.

मेयर ने की पार्किंग बढ़ाने की मांग
इसलिए चंडीगढ़ में सामान्य पार्किंग को खत्म करके उसे स्मार्ट पार्किंग बनाया जाएगा. इसके लिए रेट बढ़ाना भी जरूरी है. बैठक में एक तरफ जहां सभी पार्षद रेट को ना बढ़ाने की बात कर रहे थे.वहीं कमिश्नर केके यादवऔर मेयर राजेश कालिया और भाजपा के पार्षद अरुण सूद रेट बढ़ाने की बात पर अड़ गए.

फिर सदन में उठेगा मुद्दा
मामले में पार्षदों की मेयर और कमिश्नर के साथ काफी बहस हुई और बैठक में काफी हंगामा हुआ. इस हंगामे के बीच कांग्रेस के पार्षद बैठक का बहिष्कार कर वहां से निकल गए. बैठक में पार्किंग के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो पाया. पार्किंग के मुद्दे को सदन की अगली बैठक में फिर से उठाया जाएगा.

Intro:चंडीगढ़ में पार्किंग का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है आर्य टोल इंफ्रा कंपनी के चंडीगढ़ से पार्किंग का कॉन्ट्रैक्ट छोड़ने के बाद अभी तक पार्किंग को नगर निगम ही चला रहा है ।
लेकिन नगर निगम फिर से पार्किंग को किसी प्राइवेट कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट पर देना चाहता है। पार्किंग की वजह से निगम को सालाना कई करोड रुपए का राजस्व प्राप्त होता है और नगर निगम इस बार पार्किंग के रेट फिर से बढ़ाना चाहता है। मगर रेट बढ़ाने के मुद्दे पर बैठक में काफी हंगामा हुआ ।इसी मुद्दे को लेकर पहले कई बार सदन में चर्चा हो चुकी है ।लेकिन हर बार कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल।


Body:सोमवार को भी पार्किंग के मुद्दे को लेकर नगर निगम में विशेष बैठक का आयोजन किया गया ।जिसमें मेयर नगर निगम के कमिश्नर और कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने हिस्सा लिया। सभी पार्षदों ने एकमत में बोला की पार्किंग के रेट नहीं बनाना चाहिए ।पार्किंग के मौजूदा रेट ही रखे जाने चाहिए। यानी दो पहिया वाहन के लिए ₹5 और कार के लिए ₹10 का रेट ही रखा जाना चाहिए। मगर इसके बावजूद नगर निगम कमिश्नर केके यादव और मेयर राजेश कालिया ने इस पर असहमति जताते हुए कहा कि यह संभव नहीं है ।नगर निगम को पैसे की आवश्यकता है और चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इसमें सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट किया जाना भी जरूरी है। इसलिए चंडीगढ़ में सामान्य पार्किंग को खत्म करके उसे स्मार्ट पार्किंग बनाया जाएगा ।इसके लिए रेट बढ़ाना भी जरूरी है। बैठक में एक तरफ जहां सभी पार्षद रेट को ना बढ़ाने की बात कर रहे थे वही कमिश्नर केके यादव मेयर राजेश कालिया और भाजपा के पार्षद अरुण सूद रेट बढ़ाने की बात पर अड़ गए थे।
इसलिए पार्षदों की मेयर और कमिश्नर के साथ काफी बहस हुई और बैठक में काफी हंगामा हुआ। इस हंगामे के बीच कांग्रेस के पार्षद बैठक का बहिष्कार कर वहां से निकल गए और इस बार भी बैठक में कोई फैसला नहीं हो पाया। पार्किंग के मुद्दे को सदन की अगली बैठक में फिर से लाया जाएगा।


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