चंडीगढ़: सोमवार को चंडीगढ़ में पार्किंग के मुद्दे को लेकर नगर निगम की विशेष बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मेयर, नगर निगम के कमिश्नर, कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों ने हिस्सा लिया. सभी पार्षदों ने एकमत में बोला की पार्किंग के रेट नहीं बढ़ाना चाहिए. पार्किंग के मौजूदा रेट ही रखे जाने चाहिए.
पार्किंग के मौजूदा रेट
- दो पहिया वाहन के लिए 5 रुपए
- कार के लिए 10 रुपए
स्मार्ट सिटी के लिए निगम को पैसे की जरूरत
नगर निगम कमिश्नर के के यादव और मेयर राजेश कालिया ने इस पर असहमति जताते हुए कहा कि यह संभव नहीं है. नगर निगम को पैसे की आवश्यकता है. चंडीगढ़ को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए इसमें सभी प्रोजेक्ट को स्मार्ट किया जाना भी जरूरी है.
मेयर ने की पार्किंग बढ़ाने की मांग
इसलिए चंडीगढ़ में सामान्य पार्किंग को खत्म करके उसे स्मार्ट पार्किंग बनाया जाएगा. इसके लिए रेट बढ़ाना भी जरूरी है. बैठक में एक तरफ जहां सभी पार्षद रेट को ना बढ़ाने की बात कर रहे थे.वहीं कमिश्नर केके यादवऔर मेयर राजेश कालिया और भाजपा के पार्षद अरुण सूद रेट बढ़ाने की बात पर अड़ गए.
फिर सदन में उठेगा मुद्दा
मामले में पार्षदों की मेयर और कमिश्नर के साथ काफी बहस हुई और बैठक में काफी हंगामा हुआ. इस हंगामे के बीच कांग्रेस के पार्षद बैठक का बहिष्कार कर वहां से निकल गए. बैठक में पार्किंग के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं हो पाया. पार्किंग के मुद्दे को सदन की अगली बैठक में फिर से उठाया जाएगा.