चंडीगढ़: फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा को अपना सरकारी फ्लैट वापस कर दिया है. नीरज शर्मा ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि को कम से कम सरकारी साधनों का उपयोग करते हुए अपने क्षेत्र के हितों की रक्षा और क्षेत्र के लोगों की सेवा करनी चाहिए. इसी को देखते हुए उन्होंने अपना सरकारी फ्लैट वापस कर दिया है.
विधायक नीरज शर्मा ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि को कम से कम सरकारी संसाधनों का उपयोग करना चाहिए. इसी के मद्देनजर उन्होंने पहले 5 फरवरी को अपना यात्रा भत्ता नहीं लेने संबंधी पत्र विधानसभा अध्यक्ष को लिखा था, जिसके बाद 8 मार्च को उन्होंने दोनों गनमैन भी पुलिस प्रशासन को वापस लौटा दिए थे.
इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने बताया कि कोरोना काल के दौरान 19 अप्रैल को उन्होंने वेतन और एलटीसी भी 50 फीसदी छोड़ने के बाबत विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा था और अब वो चंडीगढ़ में मिले सरकारी फ्लैट को छोड़ने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को पत्र लिख चुके हैं.
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नीरज शर्मा ने इस मौके पर अपने विधानसभा क्षेत्र का विषय उठाते हुए फरीदाबाद से गुरुग्राम तक मेट्रो रेल लाइन के रूट में किसी तरह के बदलाव ना करने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने फरीदाबाद से गुरुग्राम तक मेट्रो रेल लाइन की डीपीआर तैयार कराई है. इसमें सरकार ने रूट नंबर 3 को अंतिम रूप दिया है, जिसमें मेट्रो रेल बाटा चौक से अरावली गोल्फ कोर्स होते हुए गुरुग्राम जाएगी.
उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा सरकार को सुझाव दिया गया है कि मेट्रो रेल के लिए रूट नंबर एक या दो को अंतिम रूप दिया जाए, जिसमें मेट्रो रेल बाटा चौक से प्याली चौक होते हुए गुरुग्राम जा रही है, क्योकि प्याली चौक से 3 विधानसभा क्षेत्रों की करीब 10 लाख की आबादी कनेक्ट करती है.