चंडीगढ़: फरीदाबाद एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा (Congress MLA Neeraj Sharma) ने हरियाणा सरकार पर पेगासस स्पाईवेयर को लेकर गंभीर आरोप लगाया है. नीरज शर्मा ने सरकार से पूछा है कि 2018 में हरियाणा के कुछ आईपीएस अधिकारियों का एक दल इजराइल दौरे पर गया था, उसका क्या मकसद था? क्या उसने वहां इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद से मुलाकात की थी. क्या उसने इजराइली कंपनी एनएसओ से पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदा था?
कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा के सवाल पर हरियाणा सरकार ने सदन में दिए गए जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मई 2018 में इजरायल और यूनाइटेड किंगडम के दौरे पर गया था. यह प्रतिनिधिमंडल हरियाणा में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए गया था. पेगासस सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी इनएसओ से कोई मुलाकात नहीं हुई थी.
सरकार ने कहा कि इस यात्रा पर करीबन 91 लाख रुपए खर्च हुए थे. हालांकि पेगासस की खरीद पर सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया. सरकार द्वारा दिए गए जवाब को लेकर कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा असंतोष जाहिर किया. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें इस मामले में घुमा फिराकर जवाब दिया है. जो उन्होंने सवाल पूछा था उसका सीधे तौर पर उन्हें जवाब नहीं मिला है. वह इस सवाल का जवाब लेकर रहेंगे.
पेगागस स्पाईवेयर क्या है (what is pegasus spyware)- साल 2022 की शुरुआती महीने जनवरी में पेगासस का मुद्दा काभी गरमाया था. विपक्ष ने सराकर पर आरोप लगाया था कि वो विरोध नेताओं की जासूसी करवा रही है. दलअसल पेगासस एक स्पाईवेयर है. जो जासूसी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होता है. पेगासस को किसी डिवाइस में इंस्टॉल करके उसकी पर्सनल जानकारी हासिल की जा सकती है. Pegasus Spyware को इजरायली कंपनी NSO Group ने तैयार किया है.